शहादत दिवस पर याद की गयीं वीरांगना उदा देवी

लखनऊ(rahul tiwari)। आजादी के लिए प्राणों का बलिदान देने वाले देश में अनेक वीर हुए। नवाब वाजिद अली शाह के दरबार में महिला दस्तें में तैनात उदा देवी भी इन्हीं वीरो में से थीं। 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया। उधा देवी अवध के छठे नवाब वाजिद अली शाह के महिला दस्ते की सदस्य थीं।
सोमवार को उदा देवी के शहादत दिवस पर सरोजनीनगर विधानसभा के सैदपुर पुरही में एक सभा का आयोजन हुआ जिसमें उनके बलिदान को याद किया गया। कार्यक्रम रोशन लाल के निज निवास पर सम्पन्न हुआ। उधा देवी की वीरता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उधा देवी लखनऊ के छठे नवाब वाजिद अली शाह के दरबार में महिला दस्ते में कमांडर के रूप में तैनात थीं उन्होंने 1857 की क्रांति में अग्रेंजो को लोहे के चने चबवा दिए थे।
इस लड़ाई के दौरान ऊदा देवी पासी ने पुरुषों के वस्त्र धारण कर स्वयं को एक पुरुष के रूप में तैयार किया था। लड़ाई के समय वो अपने साथ एक बंदूक और कुछ गोला बारूद लेकर एक ऊँचे पेड़ पर चढ़ गयी थीं। उन्होंने हमलावर ब्रिटिश सैनिकों को सिकंदर बाग़ में तब तक प्रवेश नहीं करने दिया था जब तक कि उनका गोला बारूद खत्म नहीं हो गया। राजधानी लखनऊ के सिकंदरबाग चौराहे पर आज भी उनकी प्रतिमा लगी है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय मंत्री सांसद कौशल किशोर पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेश सिंह चौहान भाजपा के वरिष्ठ नेता कुंवर राजेन्द्र सिंह चौहान “राजू, मंडल अध्यक्ष शिव बख्श सिंह चौहान प्रधान मुरलीधर दीक्षित मौजूद रहे।
उदा देवी के बलिदान दिवस पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता, उन्होंने कहा कि अग्रेंजो के खिलाफ लड़ते हुए ऊदा देवी ने देश के लिए अपने प्राणों की आहूति दी और छत्तीस से ज्यादा अग्रेजी सिपाही उनकी बन्दूक की गोली का शिकार हुए। कार्यक्रम में पूर्व मंडल अध्यक्ष मुनेन्द्र सिंह विरेंद्र कुमार रावत, ब्लॉक प्रमुख सरोजनीनगर सुनील रावत, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रज्जन लाल रावत,नवीन तिवारी, डाक्टर गुरु प्रसाद लोधी, राजेन्द्र रावत बीडीसी, तेजीराम रावत, संदीप कुमार रावत,सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।