फाइव स्टार स्कूल कर रहे मासूम बच्चों का शोषण

फाइव स्टार स्कूल कर रहे मासूम बच्चों का शोषण
सिधौली/सीतापुर। क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम की बेहतर पढ़ाई के नाम पर खुले कुछ नामचीन स्कूल न केवल अभिभावकों से मोटी रकम वसूल रहे हैं बल्कि पढ़ाई के बोसीदा तरीक़े से नन्हें मुन्ने बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।
ग़ौरतलब है कि मध्यम और उच्चमध्यम वर्ग के अभिभावकों में अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दिलाने की बढ़ती प्रवृति को देखते हुए क्षेत्र में कई नामचीन स्कूल चेन्स की फ्रेंचाइजी लेकर विद्यालय खोले गये हैं। ये विद्यालय अपने मूल उद्देश्य अर्थात पैसे कमाने को लेकर तो अति जागरूक है परन्तु बच्चों की पढ़ाई को लेकर उनका रवैया उतना ही लापरवाही भरा है।
गृहकार्य में ग़लत स्पेलिंग्स और सवाल जवाब बिना देखे चेक कर दिया जाना सामान्य बात है। कोर्स पूरा कराने के नाम पर गूगल साइट्स से कापी-पेस्ट करवा दिया जाता है, जो मासूम बच्चों के सिर के ऊपर से गुज़र जाता है। गृहकार्य व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए दिया जाता है, जिसमें बच्चों को उनकी क्षमता से अधिक लेखनकार्य दे दिया जाता है। अगर अभिभावक सवाल उठाता है, तो उसे बहुत बड़ा अपराध समझा जाता है और खामियाजे में उसके बच्चों को शिक्षकों की खरी-खोटी सुननी पड़ती है और तरह तरह के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है।
एक मध्यम वर्गीय परिवार किस तरह से एक एक पैसा जोड़कर बच्चों को पढ़ाता है, इससे इन विद्यालयों के नीतिनियंताओं को कोई मतलब नहीं है। मोटी फ़ीस वसूलने के बाद भी प्रत्येक दूसरे तीसरे दिन प्रोजेक्ट के नाम पर अभिभावकों से मोटी रकम वसूल की जाती है।