महेशपुर बाज़ार में रूरल चौपाल का आयोजन, महिला उद्यमियों ने जाना PMFME योजना के बारे में
इन्वाण्या नगरी ऑर्गेनिक फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से जुड़े FPO (किसान उत्पादक संगठन) की टीमों को Rural Hub के ईशान राज ने संबोधन करते हुए PMFME (प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज) योजना के बारे में जानकारी प्रदान की ।

खीरी: आज महेशपुर बाजार गोला लखीमपुर में इन्वाण्या नगरी ऑर्गेनिक फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से जुड़े FPO (किसान उत्पादक संगठन) की टीमों को Rural Hub के ईशान राज ने संबोधन करते हुए PMFME (प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज) योजना के बारे में जानकारी प्रदान की ।
PMFME योजना के तहत किसानों और छोटे उद्यमियों को अपने कृषि उत्पादों को प्रोसेस करके उन्हें मूल्य संवर्धित (value-added) उत्पादों में बदलने का अवसर दिया जाता है।
इस अवसर के माध्यम से किसान अपने उत्पादों का प्रसंस्करण (processing) करके उन्हें सीधे बाजार में बेच सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे अपने व्यवसाय को औपचारिक रूप दे सकेंगे। PMFME योजना के तहत मिलने वाली 35% सब्सिडी और तकनीकी सहायता के माध्यम से किसान अपने छोटे पैमाने के उद्योगों को आसानी से स्थापित कर सकते हैं, जिसमें फूड प्रोसेसिंग से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलेगा।
इस योजना के लाभों को समझाते हुए, FPO टीमों को बताया गया कि स्थानीय स्तर पर उद्योग स्थापित करना न केवल उनके व्यक्तिगत और सामूहिक आर्थिक विकास में सहायक होगा, बल्कि इससे देश की बेरोजगारी की समस्या को भी कम किया जा सकता है। जब किसान अपने उत्पादों को प्रोसेसिंग के माध्यम से सीधे बाजार में लाते हैं, तो वे अपनी आय बढ़ाते हैं, नए रोजगार के अवसर उत्पन्न करते हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हैं।
इसके अतिरिक्त, उद्योगों के स्थापित होने से गाँवों में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, जिससे युवाओं को गाँव से बाहर पलायन करने की आवश्यकता नहीं होगी और स्थानीय स्तर पर ही वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
इस प्रकार, इन्वाण्या नगरी ऑर्गेनिक फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने यह निर्णय लिया कि उद्योग लगाकर देश की बेरोजगारी को दूर करने की दिशा में कार्य किया जाएगा और इस प्रक्रिया में किसानों, युवाओं, और उद्यमियों को हर संभव सहायता दी जाएगी, ताकि वे अपने उद्योगों को स्थापित करके देश की प्रगति में योगदान दे सकें।