PNC Infratech को एक साल के लिए प्रतिबंधित: गोचर जमीन पर अवैध खनन पड़ा भारी
भोपाल: नौगांव तहसील के करारागंज गांव में शासन द्वारा गायों के विचरण और चरने के लिए आरक्षित गोचर भूमि पर अवैध खनन का मामला सामने आया है। PNC Infratech नामक कंपनी ने इस गोचर भूमि पर, जिसमें 5 हेक्टेयर 140 आरे भूमि शामिल है, बिना किसी अनुमति के गहरी खुदाई की। इस दौरान कंपनी ने एलएंडटी और पोकलेन मशीनों का इस्तेमाल कर मिट्टी और मुरम निकाला और इसे अपने सड़क निर्माण के बेस में अवैध रूप से इस्तेमाल किया।
अवैध खनन का खुलासा
खुदाई का यह कार्य बिना पर्यावरण और खनिज विभाग की अनुमति के किया गया, जो कि पूरी तरह से अवैध था। गायों के लिए निर्धारित गोचर भूमि पर इस तरह से खनन करना कानूनी रूप से न केवल एक बड़ा अपराध है, बल्कि नैतिक रूप से भी यह गलत है। कंपनी ने हजारों डंपर और ट्रैक्टर-ट्रॉली का इस्तेमाल कर गहरी खुदाई कर अवैध रूप से मुरम निकाला, जिसे अपने निर्माण कार्य में लगाया। इस खनन से गोचर भूमि को गंभीर क्षति पहुँची है, जो विशेष रूप से गायों के विचरण और चरने के लिए सुरक्षित की गई थी।
नितिन गडकरी का सख्त फैसला
अवैध खनन के इस मामले की जानकारी मिलने पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने PNC Infratech को एक साल के लिए मंत्रालय की किसी भी निविदा में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया। कंपनी को 18 अक्टूबर 2024 को मंत्रालय में व्यक्तिगत सुनवाई के लिए बुलाया गया था, जिसके बाद इस प्रतिबंध का निर्णय लिया गया। यह सख्त कदम अवैध गतिविधियों में शामिल कंपनियों के लिए एक कड़ा संदेश है।
कंपनी पर भारी नुकसान
इस प्रतिबंध के बाद PNC Infratech के शेयर बाजार में 20 प्रतिशत का लोअर सर्किट लगा, जिससे कंपनी को लगभग 1880 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। कंपनी के खिलाफ यह प्रतिबंध उसकी सहायक कंपनियों PNC खजुराहो हाईवेज और PNC बुंदेलखंड हाईवेज पर भी लागू किया गया है। इस निर्णय से कंपनी को वित्तीय और प्रतिष्ठित दोनों स्तरों पर भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
गोचर जमीन की सुरक्षा का महत्व
गोचर जमीन का गायों के लिए आरक्षित होना इस बात का संकेत है कि यह भूमि केवल उनके उपयोग के लिए सुरक्षित रखी गई है। ऐसी भूमि पर अवैध खनन न केवल पर्यावरणीय असंतुलन पैदा करता है, बल्कि इससे पशुओं के चारे और आवास की व्यवस्था भी प्रभावित होती है। इस प्रकार के अवैध खनन से पर्यावरण को नुकसान पहुँचता है, और गायों के लिए जरूरी संसाधनों की कमी हो जाती है।
भविष्य की दिशा
यह मामला एक चेतावनी है कि शासकीय और गोचर भूमि पर अवैध खनन जैसे अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। भविष्य में इस तरह के मामलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, और सरकारी तंत्र यह सुनिश्चित करेगा कि गायों के लिए आरक्षित जमीन का सही उपयोग हो। PNC Infratech को एक साल के लिए प्रतिबंधित करना न केवल एक कानूनी कदम है, बल्कि यह सरकार की पर्यावरणीय और सामाजिक जिम्मेदारी का भी प्रतीक है।
गोचर जमीन पर अवैध खनन करना PNC Infratech को भारी पड़ा है। कंपनी को इस गलती की सजा के रूप में एक साल के लिए प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। यह घटना अन्य कंपनियों के लिए एक सबक है कि शासकीय संपत्ति और पर्यावरणीय संसाधनों का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।