उत्तर प्रदेश

कमीशनखोरी के चक्कर में अफसरों ने जिंदा लोगों के आश्रितों को दे दिया मृतक आश्रित राशि का लाभ

  • राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में करोड़ों का घोटाला,
  • सरोजनीनगर के सहिजनपुर गाँव में दर्जनों लोगों को फर्जीवाड़ा कर दिया गया लाभ, सीएम योगी से जांच की मांग

राहुल तिवारी

लखनऊ। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना (मृतक आश्रित) जो कि लोगों को राहत देने के लिए अब इसी में अधिकारियों की मिलीभगत से बड़ा घोटाला सामने आया है, सरोजनीनगर विकासखंड की ग्राम सभा सहिजनपुर में कई जीवित लोगों के फर्जी मृतक प्रमाण पत्र बनाकर उनके आश्रितों के खातों में 30 हजार की धनराशि भी भेज दी गयी है। ग्रामीणों ने मामले की जांच कर कार्यवाही किये जाने की मांग सीएम योगी से की है ताकि सही जरूरतमंद को लाभ से वंचित ना होना पड़े।

राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना (मृतक आश्रित) के तहत 30 हजार रुपये की धनराशि सरकार द्वारा मृतक के आश्रित फौरी सहायता के रूप में दिए जाने का प्रावधान है पर ऐसा हो नही रह है। अधिकारी जरूरतमंदों को दी जाने वाली इस राशि मे भी फर्जीवाड़ा कर अपनी जेब भर रहे हैं। लखनऊ के विकास खंड सरोजनीनगर के ग्राम पंचायत सहिजनपुर में सरकार की इस योजना का ग्राम प्रधान व अधिकारियों द्वारा जमकर दुरूपयोग किया गया है।जिसमें जो लोग जीवित है उनके नाम पर फर्जी तरीके से मृतक प्रमाण पत्र बनवाकर उनके आश्रितों को यह 30-30 हजार की धनराशि उनके खातों में भी दे दी गई है और इनसे मोटा कमीशन भी लिया गया है। जिन  लोगों को फर्जी तरीके से लाभ दिया गया है उनमें छाया पत्नी सुजीत कुमार, राधा रानी पत्नी राधे लाल, विशुन देई पत्नी राम धीरज, रानी देवी पत्नी बब्लू, सोनी देवी पत्नी मलखे, रोशनी पत्नी रोशन लाल, विध्या पत्नी कल्लू, विमला पत्नी शिवराज, कंचन पत्नी ओम प्रकाश, पुष्पा पत्नी दिनेश कुमार, पुष्पा देवी पत्नी संत राम, शीतला पत्नी राम गोपाल व सुमन पत्नी मिथलेश कुमार शामिल हैं। जिन्हें ये लाभ फर्जीवाड़ा कर दिया गया है उनके पति आज भी जीवित है। यह काफी गंभीर और अपराधिक मामला है जिसमे शामिल अफसरों और प्रधानों की सेवा समाप्त कर उनसे ही सरकारी धन की वसूली होनी चाहिए। यही नही जिन लोगो ने गलत तरीके से लाभ लिया है उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही किये जाने की जरूरत है ताकि किसी जरूरतमंद को इस लाभ से वंचित ना होना पड़े। ऐसे ही कई मामले बंथरा में पहले ही सामने आ चुके हैं और अगर निष्पक्ष जांच हो जाये तो सरोजनीनगर में भी दर्जनों और मामले सामने आएंगे ग्रामीणों ने सीएम योगी से तत्काल इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

कमीशनखोरी के चक्कर मे अफसरों ने जिंदा लोगों के आश्रितों को दे दिया मृतक आश्रित राशि का लाभ

राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में करोड़ों का घोटाला,

सरोजनीनगर के सहिजनपुर गाँव में दर्जनों लोगों को फर्जीवाड़ा कर दिया गया लाभ, सीएम योगी से जांच की मांग

राहुल तिवारी

लखनऊ। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना (मृतक आश्रित) जो कि लोगों को राहत देने के लिए अब इसी में अधिकारियों की मिलीभगत से बड़ा घोटाला सामने आया है, सरोजनीनगर विकासखंड की ग्राम सभा सहिजनपुर में कई जीवित लोगों के फर्जी मृतक प्रमाण पत्र बनाकर उनके आश्रितों के खातों में 30 हजार की धनराशि भी भेज दी गयी है। ग्रामीणों ने मामले की जांच कर कार्यवाही किये जाने की मांग सीएम योगी से की है ताकि सही जरूरतमंद को लाभ से वंचित ना होना पड़े।
राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना (मृतक आश्रित) के तहत 30 हजार रुपये की धनराशि सरकार द्वारा मृतक के आश्रित फौरी सहायता के रूप में दिए जाने का प्रावधान है पर ऐसा हो नही रह है। अधिकारी जरूरतमंदों को दी जाने वाली इस राशि मे भी फर्जीवाड़ा कर अपनी जेब भर रहे हैं। लखनऊ के विकास खंड सरोजनीनगर के ग्राम पंचायत सहिजनपुर में सरकार की इस योजना का ग्राम प्रधान व अधिकारियों द्वारा जमकर दुरूपयोग किया गया है।जिसमें जो लोग जीवित है उनके नाम पर फर्जी तरीके से मृतक प्रमाण पत्र बनवाकर उनके आश्रितों को यह 30-30 हजार की धनराशि उनके खातों में भी दे दी गई है और इनसे मोटा कमीशन भी लिया गया है। जिन लोगों को फर्जी तरीके से लाभ दिया गया है उनमें छाया पत्नी सुजीत कुमार, राधा रानी पत्नी राधे लाल, विशुन देई पत्नी राम धीरज, रानी देवी पत्नी बब्लू, सोनी देवी पत्नी मलखे, रोशनी पत्नी रोशन लाल, विध्या पत्नी कल्लू, विमला पत्नी शिवराज, कंचन पत्नी ओम प्रकाश, पुष्पा पत्नी दिनेश कुमार, पुष्पा देवी पत्नी संत राम, शीतला पत्नी राम गोपाल व सुमन पत्नी मिथलेश कुमार शामिल हैं। जिन्हें ये लाभ फर्जीवाड़ा कर दिया गया है उनके पति आज भी जीवित है। यह काफी गंभीर और अपराधिक मामला है जिसमे शामिल अफसरों और प्रधानों की सेवा समाप्त कर उनसे ही सरकारी धन की वसूली होनी चाहिए। यही नही जिन लोगो ने गलत तरीके से लाभ लिया है उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही किये जाने की जरूरत है ताकि किसी जरूरतमंद को इस लाभ से वंचित ना होना पड़े। ऐसे ही कई मामले बंथरा में पहले ही सामने आ चुके हैं और अगर निष्पक्ष जांच हो जाये तो सरोजनीनगर में भी दर्जनों और मामले सामने आएंगे ग्रामीणों ने सीएम योगी से तत्काल इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

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