लखनऊ
मुख्यमंत्री जी पत्रकारों के नेताओं से पूछिएगा ये सवाल
माननीय मुख्यमंत्री महोदय, राज्य मुख्यालय से मान्यताप्राप्त पत्रकारों का कोई भी नेता आपसे मिलने आए और पत्रकारों की बात रखे तो उससे कुछ सवाल मेरी तरफ से जरूर पूछ लीजिएगा।
नेताओं से सवाल
1— नेताजी कितने मान्यताप्राप्त पत्रकारों का कोरोना काल में आपने हालचाल जाना?
2— कितने पत्रकारों की मदद के लिए आप उनसे मिलने गए?
3— लिस्ट दीजिए कितने पत्रकारों ने कोरोना काल में क्या क्या खोया?
4— नेताजी लिस्ट दिखाइए कितने पत्रकारों का कोरोना काल में आपने फोन से ही हाल जाना?
5— नेताजी लिस्ट दीजिए, कोरोना में कितने पत्रकारों की नौकरी चली गई और फिर आपने क्या किया?
6— नेताजी क्या आपने जाना कि कोरोना काल में कितने पत्रकारों के घरों में राशन तक नहीं था?
7— नेताजी आपने कोई लिस्ट तैयारी की, कितने पत्रकार कोरोना काल में नहीं रहे, उनके परिजनों का जीवन स्तर कैसा है।
8—नेताजी क्या आपने कोई लिस्ट बनाई कितने पत्रकार किराए के मकान पर रह रहे हैं और कितने पत्रकारों के पास हवेलियां होते हुए भी सरकारी आवासों पर जमे हैं।
मुख्यमंत्री जी, अगर इन सवालों के जवाब हमारे नेताओं से न मिलें तो उन्हें चाय—पानी पिलाने की कोई जरूरत नहीं। ये सब पत्रकारों के हितैशी नहीं, ढोंगी हैं। इनसे सावधान रहने की जरूरत है। ये सब सिर्फ अपना हित साधने के लिए आपसे मिलने आते हैं। इनके साथ फोटो तो बिल्कुल मत खिचवाइएगा, जब भी मैं इनके साथ आपकी फोटो देखता हूं मेरा खून और खौल उठता है। नतीजा दो पेज आपकी आलोचना में मुझे और लिखने पड़ते हैं।
सुयश मिश्रा
युवा पत्रकार
8924856004