बिजनौर पुलिस के हत्थे लगा अपने ही बड़े भाई का हत्यारा

बिजनौर पुलिस के हत्थे लगा अपने ही बड़े भाई का हत्यारा
पिता ने बेची जमीन सचिन ने जे०सी०बी० खरीदने की माँग पर बड़े भाई की हिस्सेदारी बर्दाश्त नहीं उतारा मौत के घाट
समग्र चेतना
बिजनौर, लखनऊ । पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के थाना बिजनौर के अर्न्तगत दयाशंकर यादव निवासी रायसिहंं खेड़ा, माती लखनऊ ने दिनाँक 05-05-2023 को एक तहरीर दी की मेरे बड़े पुत्र विपिन चन्र्द की हत्या छोटे पुत्र सचिन द्वारा कर दी गयी है । पुलिस उच्चाधिकारियों के आदेश पर तहरीर की जाँच करायी गयी है । पुलिस ने जाँच में सचिन को अपने बड़े भाई की हत्या में दोषी पाये जाने पर पुनः उच्चाधिकारियों को घटना से अवगत कराया ।
पुलिस आयुक्त द्वारा लखनऊ में चलाये जा रहे अपराध नियँत्रण एवँ अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही व अपने सकुशल निर्देशन में चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त दक्षिणी जोन व सहायक पुलिस आयुक्त विनय कुमार द्विवेदी कृष्णानगर के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक मनोज सिहं भदौरिया थाना बिजनौर द्वारा गठित पुलिस टीम ने धारा—302 / 201 भा०द०वि० में वाँक्षित अभियुक्त सचिन की गिरफ्तारी हेतु त्वरित पुलिस दल रवाना किया गया । बिजनौर पुलिस की सक्रियता और कर्मठता से हत्यारोपी सचिन दधीगढ़ी मवैया मोड़ के पास ही आते समय दर दबोचा और गिरफ्तार करके न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया ।
सूत्रों से ज्ञात हुआ कि पिता दयाशंकर ने लगभग 50 लाख रुपये की जमीन बेची थी ।सचिन जे०सी०बी० मशीन खरीदने की जिद पर अड़ा था । पिता अपने दोनों पूत्रों को कोई धन्धा कराना चाहता था । इससे घर में हंगामा हो गया बड़ा बेटा साईकिल लेकर घर से कहीं निकल गया देर रात्रि में सचिन घर आया उसके हावभाव से पिता को शक हुआ । पिता ने थाने जाकर तहरीर दी ।
जिस पर पुलिस त्वरित कार्यवाही कर मोहनलाल गँज — बंथरा बार्डर पर नाले के किनारे मृतक पाया गया साईकिल वहीं पड़ी हुई थी । भाई की हत्या करने वाला सचिन घर से फरार हो गया और शातिर हत्यारा पुलिस के डर से इधर—उधर लुकाछिपी का खेल खेल रहा था । पुलिस ने भी चारों ओर अपने मुखबिरो को लगा रखा था कि इस हत्यारोपी की गिरफ्तारी जल्द से जल्द करना है । विश्वस्त सूत्रो से ज्ञात हुआ कि सचिन बाहर भागने की फिराक में था, प्रभारी निरीक्षक बिजनौर ने स्वयँ गिरफ्तारी की कमान सँभाल रखी थी ।
सूचना मिलने पर अपने साथ गौरव कुमार उ०नि० और का० अनवेश कुमार को साथ लेकर मवैया मोड़ पर पहुँचे ही थे की थोड़ी देर बाद जब सचिन वहाँ से गुजरने लगा तो पुलिस ने घेरकर उसे हिरासत में ले लिया । पुलिस की गहन पूछताछ में अपना जुर्म कबूल लिया ।