इंस्टीट्यूट के समस्त छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं के जीवन में अमूलचूल परिवर्तन ला सकता है वाङमय साहित्य:उमानंद शर्मा

गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान, समर्पण इंस्टीटयूट ऑफ़ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइसेस में हुई वाङ्मय साहित्य की स्थापना
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘समर्पण इंस्टीटयूट ऑफ़ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइसेस, देवा रोड, लखनऊ’’ में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 351वाँ वाङ्मय स्थापना का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
यह साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्टीय सदस्य एम.के. निरंजन एवं अर्चना निरंजन के द्वारा भेंट किया साथ-साथ समस्त छात्र-छात्राओं एवं शिक्षा-शिक्षकओं को निःशुल्क अखण्ड ज्योति पत्रिका भी प्रदान की गयी।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ऋषि सहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान कर्ता है, ऋषि का वाङमय साहित्य इंस्टीट्यूट के समस्त छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं के जीवन में अमूलचूल परिवर्तन ला सकता । डाॅ. नरेन्द्र देव ने कहा कि निरोगी जीवन जीने के ऋृषि सूत्र दिये। प्रधानाचार्य डाॅ. दीप्ति शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर गायत्री परिवार के उमानन्द शर्मा एवं डा. नरेन्द्र देव, संस्थान के चेयरमैन डाॅ. आर.एस. दूबे, संस्थान के निर्देशक प्रशासन डा. बीपी. तिवारी, संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ. दीप्ति शुक्ला सहित छात्र-छात्रायें एवं शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित थे।