मारपीट में घायल हुए आटो रिक्शा चालक की उपचार के दौरान हुई मौत
मारपीट में घायल हुए आटो रिक्शा चालक की उपचार के दौरान हुई मौत
जुंआ खेलने को लेकर हुए विवाद के बाद हुई थी मारपीट
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। राजधानी के थाना क्षेत्र बंथरा में बीते दिनों जुआ खेलने के दौरान हुई मारपीट से घायल ऑटो चालक की बुधवार को इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने बंथरा थाने पर शव रखकर थाने का जमकर घेराव प्रदर्शन किया।
पुलिस ने किसी तरह समझा बुझाकर उन्हें शांत कराया। बाद में शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया। पुलिस के मुताबिक बंथरा के बेंती गाँव स्थित दयाल खेड़ा निवासी ऑटो चालक दीपक लोधी (33) और गांव के ही कुछ लोग बीती 20 अक्टूबर को गांव में जुआ खेल रहे थे। जहां किसी बात को लेकर आपस में विवाद हो गया। दीपक के परिजनों का कहना है कि इसके बाद गांव के ही दो सगे भाई अजय और विजय ने दीपक की वहीं पर पिटाई कर दी।
दीपक जान बचाकर किसी तरह अपने घर भाग गया। इसके बाद उसका पीछा कर रहे दोनों भाई अजय व विजय वहां से वापस चले गए। लेकिन आरोप है कि कुछ देर बाद अजय, विजय और उसका बाप राकेश लोधी दीपक के घर पहुंचे। जहां गाली गलौज कर लात घूसों और डंडों से दीपक को जमकर मारा पीटा।
यही नहीं आरोप है कि आरोपियों ने दीपक के सिर में ईंट मार दी। जिससे वह बेहोश होने के साथ बुरी तरह घायल हो गया। बाद में परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को देने के साथ गंभीर रूप से घायल दीपक को सरोजनीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां से चिकित्सकों ने दीपक को ट्रामा सेंटर भेज दिया। ट्रामा सेंटर में कुछ दिन इलाज करने के बाद परिजन उसे बंथरा इलाके के निजी अस्पताल ले आए। लेकिन वहां चिकित्सकों ने जवाब दे दिया। इस पर परिजनों ने पीजीआई के निकट एक निजी अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया।
जहां दीपक की बुधवार तड़के करीब 5 बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया। पोस्टमार्टम होने के बाद नाराज परिजन ग्रामीणों के साथ दीपक का शव लेकर थाने पहुंचे और शव रखकर थाने का घेराव प्रदर्शन करने लगे। हंगामा प्रदर्शन कर रहे लोग दीपक की पत्नी किरन की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट में जांच अधिकारी दरोगा घीसू राम पर विपक्षियों से मिली भगत का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ मृतक परिवार के एक सदस्य को नौकरी व 20 लाख रुपए मुआवजे की माँग कर रहे थे।
सूचना के बाद पहुंचे एसीपी कृष्णा नगर विनय द्विवेदी ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। जिसके बाद एसीपी ने खुद मौके पर रहकर रिपोर्ट में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाने के साथ ही जांच अधिकारी दरोगा घीसू राम को हटाकर दरोगा नरेंद्र कुमार कनौजिया को जांच अधिकारी नामित किया। एसीपी ने प्रदर्शन कर रहे लोगों की अन्य मांगे भी पूरी करने की कोशिश करने का आश्वासन दिया। इसके बाद नाराज ग्रामीण शांत हुए। बाद में पुलिस की मौजूदगी में मृतक दीपक का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक दीपक के परिवार में उसकी पत्नी किरन के अलावा दो मासूम बच्चे हैं। इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी बन्थरा राम सिंह से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही करते हुए मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ाने की कार्यवाही की जा रही है आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेजा जायेगा|