इच्छाराम यादव के वायरल वीडियो के बाद वायरल फोटो

Lucknow. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में अनुसचिव के पद पर तैनात इच्छा राम यादव अब हसनगंज थाने में बंद हैं। अश्लील वीडियो के बाद अब सावधान मुद्रा में उनकी फोटो वायरल हो गई है। बैरक में बंद होने के बाद भी उनकी हेकड़ी इंच भर भी कम नहीं हुई। फोटो में दिख रहा है कि वह ऐसा तन कर खड़े हैं जैसे उन्होंने कोई बड़ा किला जीत लिया हो। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि कोई बड़ा अविष्कारक अपने सफल अविश्कार के बाद कोई बड़ा हीरों अपनी फिल्म के हिट होने के बाद भी इतना अच्छा पोज नहीं दे सकता। वायरल फोटो से ऐसा लग रहा है जैसे हालही में पद्मश्री, पद्मभूषण जैसे सम्मान पाने वालों की लिस्ट में इनका नाम न भेजकर चयनकर्ताओं से भारी चूक हो गई है। बहरहाल प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सचिवालय के अंदर ऐसा दुस्साहस करके इच्छाराम यादव ने यह तो साफ कर दिया है कि उन्हें किसी का भय नहीं है। देखिए वायरल वीडियो।
ये महासय अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में अनु सचिव हैं। इनका नाम इच्छा राम यादव है जो कि बाबूभवन में चतुर्थ तल पर बैठते हैं। सेक्शन चार के ये इंचार्ज हैं और इसी सेक्शन के कमरा नंबर 420 में तैनात एक महिला संविदाकर्मी के साथ जबरदस्ती करते पाए गए हैं। आरोप हेै कि इन्होंने महिलाकर्मी को नौकरी से निकाल देने की धमकी देकर अश्लीलता करने के लिए दबाव बनाया है। बहरहाल इच्छाराम पर राजधानी लखनऊ के हसनगंज थाने में आईपीसी की धारा 354,506,294 के तहत एफआईआर दर्ज है। वह बैरक में बंद हैं आगे की कार्रवाई की जा रही है।
2.48 मिनट का वीडियो में साफ दिख रही है आरोपी अनुसचिव की करतूत
वीडियो में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में तैनात अनु सचिव इच्छाराम यादव पीड़िता को परेशान कर रहा है। उसके विरोध पर जबरदस्ती करता है। उसके बाद काफी देर तक उसे परेशान करता है। पीड़िता का आरोप है कि इच्छाराम यादव उसको काफी समय से परेशान कर रहा है। नौकरी से निकालने की धमकी देकर शारीरिक शोषण कर रहा है। इससे तंग आकर चोरी से वीडियो बनाया। जिसके माध्यम से आरोपी को सजा दिला संकू। आरोपी के खिलाफ हुसैनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन आरोपी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।
29 अक्टूबर को दर्ज हुई थी एफआईआर, पुलिस कर रही जांच
हुसैनगंज इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह के मुताबिक पीड़िता की तहरीर पर आरोपी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में तैनात अनु सचिव इच्छाराम यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता उसी विभाग में संविदा कर्मी है। आरोपी के खिलाफ साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। घटना को लेकर विभागीय अधिकारियों को भी सूचना भेज दी गई है। जल्द ही साक्ष्य के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता ने अभी दर्ज नहीं कराए बयान
थाना पुलिस के मुताबिक पीड़िता के तहरीर देने के बाद यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। पीड़िता को फोन पर संपर्क किया, लेकिन वह मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान दर्ज कराने नहीं पहुंची। महिला ने एफआईआर में अपना घर का पता भी नोट नहीं कराया गया है। इसके चलते उसके आफिस बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है।