अधिवक्ताओं ने तहसीलदार न्यायिक के पेशकार पर लगाए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

सीतापुर। (विनीत त्रिवेदी) तहसीलदार न्यायिक के पेशकार के मनमाने और भ्रष्टाचार पूर्ण आचरण से त्रस्त अधिवक्ताओं ने आज एक शिकायती प्रार्थना पत्र बिसवां में आयोजित तहसील दिवस में दिया। अधिवक्ताओं ने लिखित प्रार्थना पत्र में यह आरोप लगाया कि तहसीलदार न्यायिक के पेशकार अंकित व इसी न्यायालय में कार्यरत एक प्राइवेट कर्मचारी पंकज कुमार द्वारा मनमाने तरीके से पैसे लेकर विधि विरुद्ध कार्य लगातार किए जा रहे हैं जबकि जिम्मेदार अधिकारी यह सब जानते हुए भी मौन रहते हैं।
अधिवक्ताओं द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र में सबसे खास बात यह है कि पूरे प्रार्थना पत्र में तहसीलदार पर किसी तरह के कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं जबकि तहसीलदार न्यायिक की कोर्ट लंबे समय से रिक्त है और इस न्यायालय में विचाराधीन वादों की सुनवाई व निस्तारण तहसीलदार ही करते हैं।
अब प्रश्न इस बात का है कि बिना तहसीलदार की स्वीकृत या मिलीभगत से पेशकार अंकित व प्राइवेट कर्मचारी पंकज कुमार आखिर दाखिल खारिज का आदेश कैसे पारित करवा देते हैं?
अधिवक्ताओं ने अपने प्रार्थना पत्र में जिन दो दाखिल खारिज प्रकरणों का उल्लेख कर पेशकार पर घूंस लेने का आरोप लगाया है उन दोनों प्रकरणों के आदेश में तो तहसीलदार के ही हस्ताक्षर हैं। लेकिन अधिवक्ताओं ने तहसीलदार पर किसी भी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं लिखी है और पेशकार व प्राइवेट कर्मचारी को हटाने की मांग की है लेकिन इस प्रार्थना पत्र से तहसीलदार की किरकिरी होना तय है। पूर्व बार अध्यक्ष भोलानाथ बाजपेई के नेतृत्व में मनमोहन, इकबाल, असलम खान,आर डी कश्यप, कमल गुप्ता ,रजनीश मिश्रा, कमलेंद्र बाजपेई ,अशोक वर्मा, शिव कुमार यादव, हसीब अख्तर ललित शर्मा ,हरि ओम प्रकाश सिंह, बृजेश गुप्ता, संतोष कठेरिया ,अभय अवस्थी आदि लोग मौजूद थे।