पत्रकारों ने की पचास लाख मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग

सिधौली/सीतापुर। महोली क्षेत्र में एक दैनिक राष्ट्रीय समाचार पत्र के संवाददाता की गोली मार कर हत्या के मामले में सिधौली तहसील के दर्जनों पत्रकारों ने आक्रोश जताते हुए मार्च निकाला और तहसील पहुंच कर छह सूत्री ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेयी हत्याकाण्ड के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर तहसील कार्यालय पर एकत्र होकर पत्रकारों ने नगर की तहसील रोड से राष्ट्रीय राजमार्ग तक पत्रकार के हत्यारों को फांसी देने की मांग करते हुए मार्च निकाला।
इसके बाद पुनः तहसील कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन प्रशासन को सौंपा। उपजिलाधिकारी, सिधौली की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार शशिबाला ने ज्ञापन लिया। ज्ञापन में कहा गया है कि आम जनमानस और जनमत तैयार करने वाले समाचार माध्यमों के लोगों को यदि निर्भयतापूर्वक अपने विचार व्यक्त करने और व्यवस्थागत कमियों को उजागर करने का अवसर प्रदान नहीं किया जायेगा तो लोकतंत्र केवल चुनावतंत्र बनकर रह जायेगा। महोली तहसील में दबंगों द्वारा एक राष्ट्रीय दैनिक के संवाददाता राघवेन्द्र वाजपेयी की सरेआम गोलीमार कर हत्या लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर किया गया घृणित प्रयास है।
उत्तर प्रदेश पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष शरद मिश्रा ने बताया कि दिवंगत राघवेन्द्र वाजपेयी पिछले काफी समय से क्षेत्र में भूमि और अनाज की खरीद में हो रहे भ्रष्टाचार एवं आम जनता के साथ हो रही लूट को उजागर कर रहे थे। यह घटना बहुत ही निंदनीय और पत्रकार बिरादरी के लिए गंभीर आघात है। स्वतंत्र पत्रकार अनुराग आग्नेय ने कहा कि निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से जुड़े स्व0 राघवेन्द्र वाजपेयी की जघन्य हत्या उनके परिवार पर भीषण आघात है। उनके परिवार में उनके अतिरिक्त अन्य कोई भी सदस्य परिवार की आर्थिक और सामाजिक जिम्मेदारी का वहन करने वाला नहीं है।
पत्रकारों ने ज्ञापन में मांग की है कि इस जघन्य हत्याकांड के जिम्मेदारों को शीघ्रातिशीघ्र गिरफ्तार किया जाएं, राघवेन्द्र वाजपेयी के परिवार के लोगों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए, पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा विशेष कदम उठाये जाए, पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से 5000000.00 (पचास लाख) रूपये की सहायता उपलब्ध कराई जाए, दिवंगत राघवेन्द्र वाजपेयी के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, सरकार एवं प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में किसी पत्रकार या मीडियाकर्मी के साथ इस तरह की घटना न हो। इस मौके पर अनुराग आग्नेय , अनूप तिवारी,शरद मिश्रा, दीपू बाजपेई, संजय बाजपेई,सूर्यान्श शुक्ल, उपेन्द्र त्रिपाठी,अतुल तिवारी,राजन भार्गव,मो इकराम,गोविंद राज, अभिषेक शुक्ला, श्रीपति मिश्र, अनिल चौरसिया,लवी वर्मा,आदि लोग मौजूद थे।