आजमगढ़ में यूपी पुलिस का फर्जी सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार

सोशल मीडिया के माध्यम से खुद को सब इंस्पेक्टर बताकर व शादी का झांसा देकर ठगी करने वाला अपने 3 सहयोगियों के साथ सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। चारों की गिरफ्तारी शहर कोतवाली व मुबाकरपुर थाना पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से किया। पकड़ा गया गैंग अंतर्जनपदीय गैंग है, जिसके खिलाफ प्रयागराज व लखनऊ जैसे बड़े शहरों में भी मुकदमे दर्ज हैं। चारों अभियुक्त मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले हैं। पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि जीवनसाथी डॉट कॉम, इंस्ट्रग्राम जैसे सोशल नेटवर्किंग साइटों के माध्यम से एक युवक खुद को सब इंस्पेक्टर बता कर दोस्ती करता और फिर उनके किसी न किसी माध्यम से पैसा आदि लेकर फरार हो जाता था।
सोमवार को सूचना मिली कि बलिया की तरफ से फर्जी उपनिरीक्षक जिले में आने वाला है। इस सूचना पर मुबारकपुर पुलिस व शहर कोतवाली पुलिस ने जगह-जगह नाकेबंदी कर फर्जी एसआई की तलाश में जुट गई। मुबारकपुर थाना क्षेत्र में फर्जी सब इंस्पेक्टर धीरज सिंह पुत्र प्रवीण सिंह निवासी दुधैला थाना सहतवार जनपद बलिया को पकड़ा। जो पूरी तरह से पुलिस की वर्दी में था।
इसके साथ गाड़ी चला रहा सहयोगी पंकज सिंह पुत्र बृजेश सिंह निवासी नौकागांव थाना रेवती जिला बलिया को भी गिरफ्तार किया गया। वहीं शहर कोतवाली पुलिस ने फर्जी एसआई धीरज सिंह के दो सहयोगियों राजेश पुत्र पवन सिंह निवासी श्रीनगर थाना बैरिया जनपद बलिया व प्रवीण प्रताप सिंह पुत्र महेश्वर सिंह निवासी नौकागाँव थाना रेवती जनपद बलिया को बैठौली पुलिया के पास से पकड़ा गया।
एसपी सिटी ने बताया कि यह पूरा गैंग है जो जीवनसाथी डॉट कॉम पर लड़कियों से शादी का प्रस्ताव प्राप्त करने के बाद मेलजोल बढ़ाता था और फिर मां की तबीयत खराब होने समेत अन्य तरह की बहाने बना कर पैसा वसूल कर फरार हो जाता था। फर्जी दरोगा धीरज सिंह पूर्व में प्रयागराज व लखनऊ में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके बाद भी वह इस फर्जीवाड़े में अपने तीन साथियों के साथ लगा हुआ था।
ऐसे देता था घटनाओं को अंजाम
पुलिस की वर्दी पहन कर इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपने आप को धीरज सिंह एसआई बताता है। इतना ही नहीं वह फर्जी नेमप्लेट व पुलिस के मेडल लगाता था। पुलिस वालों और नेताओं के साथ फोटो प्रोफाइल पर डालता था। नियमित रूप से वर्दी पहन कर विभिन्न दफ्तरों व समारोह में शामिल होता था। शादी के प्रोपोजल आने पर संबंधित से नजदीकी बढ़ाता है और फिर मां के ऑपरेशन के नाम पर पैसे मांगता है। अपने शिकारों को यह इंस्टाग्राम और जीवन साथी डॉट कॉम से लॉगआउट कराने के बाद खुद संपर्क विच्छेद कर लेता था।
खुलेगी हिस्ट्रीशीट, लगेगा गैंगस्टर
एसपी सिटी ने बताया कि इस पूरे गैंग की हिस्ट्रशीट खोली जाएगी और इस चार सदस्यी गैंग पर गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं गैंगेस्टर के तहत संपत्ति जब्तीकरण तक की कार्रवाई इन चारों के खिलाफ जनपद पुलिस करेगी।
ये हुई बरामदगी
पकड़े गए अभियुक्तों के पास से एक उपनिरीक्षक की वर्दी मय नेमप्लेट, परिचय पत्र, लोगो, मोनोग्राम स्टार के अलावा तमंचा कारतूस, एक बैगनार कार व एक स्विफ्ट कार भी बरामद किया गया है। वैगनार पर कूटरचित नंबर प्लेट लगा हुआ है।




