शिव पार्वती विवाह का प्रसंग सुनकर भाव विभोर हुए श्रोतागण

शिव पार्वती विवाह का प्रसंग सुनकर भाव विभोर हुए श्रोतागण
सकरन/सीतापुर। क्षेत्र के ठाकुर द्वारा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवशीय श्री शतचंडी महायज्ञ में तीसरे दिन बरसाना से पधारी कथा वाचिका राधा किशोरी ने भक्तों को भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह का प्रसंग सुनाया। उन्होने बताया कि राजा हिमांचल ने अपनी पुत्री पार्वती की शादी कैलाश पति के साथ तय की।
जब शिव जी बारात लेकर हिमांचल नगरी पहुंचे वर पूजन के दौरान दूल्हे के गले में मुंडों की माला व सर्प देखकर माता मैना डर गयी और उन्होने मदारी के साथ अपनी पुत्री के विवाह से इन्कार कर दिया। उसी समय नारद जी आ गये और माता मैना को समझाते हुये कहा कि जिन्हे आप अपनी बेटी समझ रही है। वह जगत जननी मां भगवती है तथा आपके दामाद के रूप मे स्वयं जगत पिता भूत भावन भोले नाथ है। नारद जी बात सुनकर मैना शिव व पार्वती के चरणों में गिर गयी।
तब भोलेबाबा ने सुंदर स्वरूप बना लिया उसके बाद माता पार्वती का विवाह भगवान शिव के साथ सम्पन्न हुआ। इस मौके पर लहरपुर विधायक अनिल वर्मा सपा नेता प्रमोद वर्मा, आचार्य अम्बरीश शुक्ल सत्येन्द्र सिंह चौहान के अलावा भारी संख्या में श्रोता भक्तगण मौजूद थे।