साध्वी प्राची ने PFI को बताया आतंकी संगठन, कहा- योगी जी सबको ठीक कर देंगे

Suyash Mishra
लखनऊ। मुस्लिम संगठन पीएफआई इन दिनों खासा चर्चा में है। बीते मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी से मिली लीड के आधार पर 8 राज्यों की पुलिस ने मंगलवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के देशभर में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें 100 से ज्यादा गिरफ्तारियां भी हुईं थी। पश्चिम उत्तर प्रदेश में लगातार एटीएस और एसटीएफ की हो रही छापेमारी में काफी संख्या में पीएफआई से जुड़े लोग गिरफ्तार हो रहे हैं और उनकी जांच भी जारी है। एनआईए ने पीएफआई की कमर तोड़ने का पूरा बंदोबस्त कर दिया है।
इतना ही नहीं पीएफआई पर अब हिन्दूवादी नेता भी खुलकर मुखर हो रहे हैं। मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेत्री डॉ. साध्वी प्राची मुजफ्फरनगर में एक मुकदमे को लेकर कोर्ट में पेश हुई थीं। इस दौरान उन्होंने भी पीएफआई को घेरा। साध्वी ने कहा कि पीएफआई एक आतंकवादी संगठन है और उस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही सरकार कर रही है और होनी भी चाहिए।
आतंकवादियों का समर्थन करना आतंकवादी बनना: साध्वी प्राची
वक्फ की संपत्ति और मदरसों की जांच को लेकर साध्वी प्राची ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो योगी जी कर रहे हैं वह देश के हित में होगा राष्ट्र हित में होगा और वह राष्ट्रहित में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों को आवाज उठाने से कोई नहीं रोक रहा है मगर पीएफआई के जो पाकिस्तान से संबंध मिल रहे हैं उसका क्या होगा ?उन्होंने कहा कि हम हिंदू भाइयों के लिए आवाज उठाते हैं तो उन्हें भी उठानी चाहिए लेकिन आतंकवादियों का समर्थन करना आतंकवादी बनना आतंकवादियों का प्रशिक्षण करना यह देश में अब नहीं चलेगा। यह 2022 का हिंदुस्तान है उन्होंने यह भी कहा कि पहले इस पर किसी ने कार्यवाही नहीं की मगर अब बराबर कार्रवाई हो रही है।
साध्वी ने ओवैसी को ये क्या कह दिया, पूरी मीडिया में छा गई खबर
उत्तर प्रदेश सरकार में व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी पीएफआई को असामाजिक तत्व बताते हुए कहा कि जब से देश में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बने हैं। पूरी दुनिया में भारत की जय जयकार हो रही है मगर उसके बावजूद भी पीएफआई जैसे असामाजिक संगठन लगातार समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं इसलिए उन पर कार्यवाही हो रही है। एटीएस उसकी जांच कर रही है।
आपको बता दें कि सूचना मिली है कि जांच एजेंसियों को खबर मिली थी कि पीएफआई देश में आरएसएस और बीजेपी के बड़े नेताओं पर हमला करना चाहता हैं। इसके लिए पीएफआई के सदस्यों ने आरएसएस की दशहरा के दिन होने वाली पथ संचलन की जानकारी भी जुटाई थी. पिछले हफ्ते ही केंद्रीय जांच एजेंसी, सीआरपीएफ और राज्य एटीएस ने पूरे देश के 10 राज्यों में पीएफआई से जुड़े लोगों पर छापेमारी कर सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया था।
लखनऊ-बाराबंकी बॉर्डर पर लगा प्रशिक्षण केंद्र
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पीएफआई के सदस्यों ने काकोरी, लखनऊ-बाराबंकी सीमा पर कुर्सी गांव में प्रशिक्षण शिविर लगाया था. जहां पर लोगों को लव-जिहाद , धर्मांतरण करने के तरीके के बारे में जानकारी दी. साथ ही ऐसा करने वालों को संस्थान की तरह से इनामी योजनाओं के बारे में बताया. लखनऊ में पिछले दिनों गिरफ्तार उमर गौतम धर्मांतरण कराता था. वह एसडीपीआई का सक्रिय सदस्य होने के साथ हल-हरम एकेडमी का उपाध्यक्ष था.