जैन समाज ने सौंपा चार सूत्रीय ज्ञापन

जैन समाज ने सौंपा चार सूत्रीय ज्ञापन
रामपुर मथुरा/सीतापुर। झारखंड की प्रांतीय सरकार द्वारा जैन तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ की जन्म स्थली सम्मेद शिखर जी को पर्यटक स्थल घोषित किए जाने के विरोध में कस्बा और रामपुर मथुरा स्थित दिगंबर जैन मंदिर के सामने जैन समाज के सभी महिला पुरुष बच्चे बुजुर्ग नौजवान धरने पर बैठ गए। उनके समर्थन में हिंदू समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोग भी आ गए तथा जैन समाज के द्वारा की जा रही मांगों का समर्थन नारे लगाकर करने लगे जैन समाज द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में 4 सूत्रीय ज्ञापन भारत की महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधित करते हुए प्रभारी निरीक्षक रामपुर मथुरा अतुल कुमार तिवारी के माध्यम से भिजवाया। प्रभारी निरीक्षक ने जैन समाज द्वारा दिए गए 4 सूत्रीय मांग पत्र को उपस्थित जनों को पढ़कर भी सुनाया।
मांग पत्र में 20 तीर्थंकरों और अनंत संतो की मोक्षस्थली श्री सम्मेदशिखर जी तीर्थ क्षेत्र को ईकोटूरिज्म जोन से बाहर करने तथा पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करने के संबंध में ज्ञापन में आगे कहा गया है कि जैन धर्म की आस्था के प्राण तत्व झारखंड स्थित श्री सम्मेद शिखरजी तीर्थ क्षेत्र को झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने पर्यटन स्थल घोषित कर दिया है जो कि जैन समाज के साथ धोखा है इससे संपूर्ण भारतवर्ष का जैन समाज आक्रोशित है। इस बीच प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे।
झारखंड सरकार होश में आओ होश में आओ होश में आओ, इस अवसर पर प्रमोद जैन अंकुर जैन हरी लाल जैन सुभाष जैन हेमचंद जैन पुष्पेंद्र जैन प्रणय जैन मुकेश जैन, मयंक जैन सौरभ जैन,अजय जैन, ममता जैन,सीमा जैन,स्वाती जैन, कल्पना जैन, संगीता जैन, निधि जैन, रोशनी जैन,बाबू विश्वरथ विद्या मंदिर के प्रबंधक आर एम अवस्थी संजय सिंह डॉक्टर बी पी सिंह डॉक्टर ओपी वर्मा किशनू गुप्ता, राधेश्याम गुप्ता, मोहम्मद आरिफ, श्याम सुंदर पोरवाल, मनीष गुप्ता राम मनोरथ यादव, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।