रहीमाबाद में चकरोडों खलिहानों पर अवैध कब्जेदारों को हटाने में नगर निगम 10 वर्षो से असहाय

ग्रामवासियों द्वारा नगर निगम तहसील समाधान दिवस व स्वाती सिहँ पूर्व मँत्री के स्थलीय निरीक्षण निर्देश पर भी नही हटा अवैध निर्माण
अर्जुन सिंह/ समग्र चेतना
बिजनौर लखनऊ । नगरीय क्षेत्र राजा बिजली पासी—२ के अर्न्तगत ग्राम रहीमाबाद में उ०प्र० प्रोजेक्ट कारपोरेशन लि० कार्यदायी सँस्था द्वारा रहीमाबाद में सामुदायिक केन्र्द (बारात घर) वर्ष 2012—13 में खसरा सँख्या— 1045 की खाली पड़ी भूमि पर बनकर पूर्णतयाः तैयार हो चुका है ।
सामुदायिक केन्र्द के चारों ओर नगर निगम भूमि पर कब्जेदारों को न हटाँने से बाउँड्रीवाल न होने से भवन बर्बादी के कगार पर पहुँच रहा है । उक्त खाली पड़े भवन में अराजक तत्वों का जमावड़ा भी रात्रि में लगता है । परन्तु नगरनिगम का सम्पत्ति विभाग आँखमूँद कर तमाशबीन बन गया है ।
इन कब्जेदारों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं हो पा रही है । जहाँ सभी जगह बुलडोजर पहुँचकर जमीने कब्जामुक्त हो रही है, वहीं पर विगत 10 वर्ष व्यतीत होने के बावजूद आखिर कार्यवाही सम्भव नहीं हो पा रही ।
रहीमाबाद के खसरा सँख्या—1045, 1330, 1049,1051 एवँ चकरोड़ खसरा सँख्या—1048 व 1050 पर अवैध कब्जेदारों के विरुद्ध कार्यवाही या अवैध कब्जा हटाने में नगर निगम / राजस्व विभाग विगत 10 वर्षों से असहाय / विफल रहा है ।
ग्रामवासियों की शिकायत पर वर्ष 2018 में पूर्व मँत्री उ०प्र० सरकार स्वाती सिहं भी नगरनिगम एवँ राजस्व विभाग एवँ कार्यदायी सँस्था के साथ स्थलीय निरीक्षण में त्वरित अवैध कब्जा / अतिक्रमण हटाने के निर्देश देने के उपरान्त अभीतक कार्यवाही लम्बित है ।
सुनील कुमार यादव समाजसेवी / भाजपा कार्यकर्ता व अन्य क्षुब्ध ग्रामवासियों द्वारा अवगत कराया गया कि सामुदायिक केन्र्द को अराजक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त कर रात्रि में उसे विश्रामालय भी बना रखा है । जिससे सरकारी सम्पत्ति का नुकसान होने के साथ ही जनहित में बारात घर के रुप में उपयोग में नहीं ला पा रहे हैं ।
जिसकी शिकायतें तहसील समाधान दिवस में देने के बाद राजस्व व नगरनिगम नें संयुक्त रुप से स्थलीय जाँच विगत कई माह पूर्व करने के बावजूद अवैध कब्जा इसलिए नहीं हटा पा रहा कि स्पर्श पैराडाईज जैसे प्रापर्टी डीलरों ने चकरोड़ को बेचकर मकान बनवा दिया एँव चकरोड़ / खलिहान पर भी अवैध कब्जा कर रखा है । जिसके प्रभाव में नगर निगम / राजस्व नतमस्तक होकर कार्यवाही को टालकर या बहाना बनाकर कार्यवाही प्रक्रिया लम्बित कर देते हैं ।इस सम्बन्ध में जब लाल बहादुर यादव, लेखपाल नगरनिगम से वार्ता हुई तो बताया कि 22-08-2023 व की तारीख नियत की गयी थी, बरसात होने व पूर्व में पुलिस फोर्स न मिलने के कारण कार्यवाही विलम्ब होती रही है ।




