गांधी संस्थान व गांधी विचार पर हमला: अनुराग आग्नेय

सिधौली/सीतापुर। गांधी की हत्या के बाद गोड़सेवादी गांधी संस्थान व गांधी विचार पर हमला करने में जुट गए है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में महात्मा गांधी की विरासत सर्व सेवा संघ परिसर को आज खाली करा लिया गया। 62 दिनों से आंदोलन कर रहे कई सत्याग्रहियों को हिरासत में ले लिया गया। वाराणसी जिला प्रशासन गांधी, विनोबा और जयप्रकाश की विरासत को ज़मींदोज करने पर आमादा दिख रहा है। योगी-मोदी का बुलडोजर जीत गया। शर्मिंदा हूं कि तमाशबीन बना रह गया। भारत मर रहा है, धीरे-धीरे। नया भारत बन रहा है।
सर्व सेवा संघ, वाराणसी के दशकों पुराने भवन को अवैध बताकर ढहाने और गांधी-विचार के दमन के उत्तर प्रदेश सरकार के फासीवादी कदम का विरोध करते हुए जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी, सीतापुर के संयोजक अनुराग आग्नेय, अधिवक्ता एवं लेखक अनूप कुमार और कई अन्य सामाजिक कार्यकताओं ने मांग की है कि इस तरह की हरकतों को तत्काल रोका जाए और उन्हें इस कदम की तीखे शब्दों में आलोचना की है।
एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने बताया सर्व सेवा संघ देश-विदेश के गांधी-मार्ग के अनुयायियों का वैचारिक केन्द्र है। प्रधानमंत्री मोदी एक ओर विदेशों में गांधी प्रतिमाओं का अनावरण करने का ढोंग करते हैं।
गांधी का नाम लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं वहीं दूसरी ओर गांधी के शिष्यों द्वारा स्थापित सर्व सेवा संघ और गांधी की वैचारिक विरासत को तमाम हथकण्डे अपना कर नष्ट करने पर तुली हुई है। उन्होंने बताया कि इस परिसर से उन्हीं जयप्रकाश नारायण की वैचारिक विरासत जुड़ी हुई है, सम्पूर्ण क्रांति के स्वर्ण जयंती वर्ष पर बौखलाई सरकार सर्वोदयवादी गांधीवादी लोगों पर पुलिसिया दमन करने में जुटी हुई है।
सर्व सेवा संघ ने पिछले 70 सालों में करीब 1500 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन किया है। इनमें ज़्यादातर पुस्तकें गांधी, विनोबा और जयप्रकाश नारायण की वैचारिकी से संबंधित हैं। इन पुस्तकों को पुलिस ने कूड़े की तरह से फेंक दिया और उत्तर प्रदेश सर्वाेदय मंडल के अध्यक्ष रामधीरज के अलावा सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन पाल, गांधीवादी नेता ईश्वरचंद, अरविन्द अंजुम, अनोखे लाल, एक्टिविस्ट नंदलाल मास्टर, अशोक मानव, राजेंद्र प्रसाद, राजेश मिश्रा, संजीव सिंह आदि को हिरासत में ले लिया है।




