हाईटेंशन लाइन का तार गिरने से मवेशी की मौत

हाईटेंशन लाइन का तार गिरने से मवेशी की मौत
बिसवां/सीतापुर। एक ओर जहां गुरुवार को पूरा देश में विश्व दुग्ध दिवस मना रहा था और उसके अंतर्गत प्रदेश में अनेकों कृषि प्रसार केन्द्रों के माध्यम से पशुपालकों को पशुओं से दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए अनेक प्रकार के उपाय बताये जा रहे थे वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग की लापरवाही से एक दूध देने वाला निरीह पशु भैंस हाईटेंशन बिजली की लाइन का तार गिर जाने से जल रही थी।
सदरपुर थाना अन्तर्गत लालपुर गांव निवासी माठू खां पुत्र हाफिज अली की भैंस गांव के दक्षिण स्थित सूखे तालाब में घास चर रही थी। इसी बीच शाम लगभग 06 बजे तालाब के ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर भैंस के पैरों पर गिर गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भैंस तालाब में गिरकर तड़पने लगी और उसके शरीर से धुआं उठा। शोर मचाने पर मा माठू खां के परिवार वालों सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। मुन्ना जादूगर ने कंट्रोल रूम को फोन करके सप्लाई बंद कराई तब तक भैंस की जलकर मौत हो चुकी थी।
सूचना मिलते ही प्रधान प्रतिनिधि बिपिन कुमार नाग मौके पर पहुंचे और बिजली विभाग के जे.ई. आकाश कुमार को सूचित किया तथा पशु चिकित्सक डा. आशाराम वर्मा को सूचना दी। डा. आशाराम वर्मा ने मृत भैंस के पी.एम. के लिये अपनी टीम भेजकर जली भैंस का पोस्टमार्टम कराया। इसके पश्चात उसे गड्ढे में दबवा दिया गया। बताते चलें कि लालपुर गांव में लगभग दो दशक पूर्व बिसवां फीडर से भुलभुलिया होते हुए बिजली की लाइन आयी थी। लाइन के तार बहुत ही जर्जर और कमजोर हो गये हैं। तेज हवा में कई बार टूट भी चुके हैं जिससे पहले भी बकरी जल कर मर चुकी है। तार बहुत ढीले हो गये हैं। अनेकों बार बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों से शिकायत के बावजूद जिम्मेदारों के कान पर जूं तक नहीं रेंगा।
आखिरकार आज फिर एक दूध देने वाले निरीह पशु की बलि चढ़ गयी। आखिर कौन है जिम्मेदार…? इस सम्बन्ध में जे.ई. बिसवां ग्रामीण आकाश कुमार ने बताया कि उच्चाधिकारियों को इस सम्बन्ध में पत्राचार किया गया था लेकिन वह मंजूर नहीं हो पाया था।




