क्या विरोध के नाम पर आपसी रंजिश निकालने की कोशिश हो रही है

- क्या विरोध के नाम पर आपसी रंजिश निकालने की कोशिश हो रही है
- लॉबिंग प्रदर्शन और धरने तक तो ठीक थी लेकिन 3 दिन में फाड़ने की बात
- कथित ह्वाट्सएप चैट से तो विरोध के साथ आपसी रंजिश की भी बू आ रही है।
राहुल तिवारी
मामला सरोजनीनगर विधानसभा का है। यहां ब्लाक प्रमुख सुनील कुमार और खंड विकास अधिकारी के खिलाफ 13 बीडीसी लामबंद हो गए। सोमवार को समाजवादी पार्टी से पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे रज्जन लाल के नेतृत्व में क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने 8 बिन्दुओं को लेकर धरना दिया। इस दौरान प्रमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उनका वित्तीय पावर सीज करने और निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई की मांग की। सदस्यों ने कहा कि ब्लाक प्रमुख तानाशाही रवैया अपना रहे हैं।

वह मनमाने तरीके से कार्य कर रहे हैं। सदस्यों ने जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन भी दिया है। वहीं ब्लाक प्रमुख सुनील कुमार से जब इस मामले में जानकारी ली गई तो उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि क्षेत्र मेें कुल 69 बीडीसी हैं। पंचायत में आने वाले विकास कार्यों का बजट हर बीडीसी को देना होता है। कुछ लोग दबाव बनाकर जबरन अपने ही क्षेत्र में ही कार्य चाहते हैं। जबकि ये संभव नहीं है। हमारे संवाददाता राहुल तिवारी से बातचीत के दौरान ब्लाक प्रमुख ने बताया कि राजनैतिक कारण और ईर्ष्या के चलते रज्जन लाल रावत लगातार षडयंत्र रचकर मेरी छवि को खराब करने की कोशिश करते रहते हैं।

साथ ही मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। इसको लेकर मैंने शिकायत भी दर्ज कराई है। आपको बता दें कि ब्लाक प्रमुख ने सरोजनीनगर बीडीसी एकता नाम से बने एक ह्वाट्सएप ग्रुप के कुछ स्क्रीन शॉट भी हमसे साझा किए हैं। जिसमें एक व्यक्ति द्वारा ब्लाक प्रमुख के खिलाफ आमरण अनशन की बात के साथ ही 3 दिन के अंदर फाड़ देने की बात भी कही जा रही है। ब्लाक प्रमुख ने आरोप लगाया है कि कुछ समाजवादी पार्टी के पुराने लोग दल बदलकर बीजेपी में आए हैं वह लगातार मेरे खिलाफ षड़यंत्र कर रहे है। बहरहाल मामला जो भी जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।




