सीएम योगी के आदेशों पर भारी पड़ रही है सरोजनी नगर तहसील के अफसरों की मनमानी

एसडीएम से लेकर लेखपाल तक नही उठाते हैं फरियादियों के फोन
तहसील के चक्कर लगाने को विवश हैं लोग
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। सरोजनी नगर तहसील के अधिकारियों की मनमानी सीएम योगी के आदेशों पर भी भारी पड़ रही है आलम यह है कि यहां अपनी समस्या लेकर आने वाले लोगों को खाली हांथ वापस लौटना पड़ रहा है।
सरोजनीनगर की महाभ्रष्ट तहसील जहाँ अफसर जनता की समस्याएं सुनने के वजाय जनता को अनदेखा कर रहे हैं।
जनता लगातार अपनी समस्याओं को लेकर तहसील प्रशासन के चक्कर काटती है लेकिन यहाँ न तो लेखपाल जनता का फोन ही उठाते हैं और न अपने क्षेत्र में ही पहुंचते है। जिससे जनता के तमाम काम चाहे वह बरासत हो या पैमाइश या खसरा बनवाना हो या अन्य काम हो जिसको कराने के लिए जनता को लेखपालों के चक्कर काटने पड़ते हैं।
बन्थरा निवासी समाज सेवी लाल सिंह ने कहा कि वे स्वयं तीन दिनों से नगर पंचायत बंथरा धर्मेन्द्र कुमार को फोन मिला रहे हैं लेकिन लेखपाल न तो फोन उठा रहे हैं और न ही काल वापस कर रहे हैं। इतना ही नहीं सरोजनीनगर के उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ भी सीयूजी नम्बर नहीं उठाते हैं। जिससे जनता व फरियादियों की समस्या का निस्तारण नही हो पा रहा है। जब यह हाल उत्तर प्रदेश की राजधानी का है तो अन्य जिलों का आलम क्या होगा यह तो जनता ही बता पायेगी।



