उत्तर प्रदेशलखनऊसमग्र समाचार

अस्पताल जब खुद बीमार तो कैसे मिलेगा मरीजों को उपचार

पीएचसी हरौनी परिसर में गंदगी और अव्यवस्थाओं का अम्बार

ग्रामीणों को उपचार के लिए लगानी पड़ रही है शहर की ओर दौड़

समग्र चेतना/ राहुल तिवारी

लखनऊ। जिस अस्पताल के पास आम आदमी के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है, वही अस्पताल खुद लोगों को बीमारी की दावत दे रहा है। यह आलम है सरोजनीनगर के हरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का। यहां पिछले लंबे समय से सफाई न होने के कारण अस्पताल परिसर में जगह-जगह गंदगी फैली पड़ी है। इतना ही नहीं उचित देखरेख न होने के कारण अस्पताल परिसर में घास फूस के साथ ही झाड़ियां तक खड़ी हो गई हैं। बताते हैं कि यह सब अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से हो रहा है। बताया जाता है कि अस्पताल से निकलने वाला सारा कूड़ा कचरा अस्पताल परिसर में ही फेंक दिया जाता है। जिसकी वजह से यह कूड़े कचरे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है।

अस्पताल बिल्डिंग के सामने की तरफ छोड़कर बिल्डिंग के अगल-बगल और पीछे जगह-जगह कूड़ा कचरा फैला पड़ा है। इससे जहां मच्छर और मक्खियों ने अपना डेरा बना रखा है। वहीं परिसर में घास फूस और झाड़ियां खड़ी हो जाने से जहरीले जीव जंतुओं की आशंका भी बनी हुई है। उधर अस्पताल परिसर में कूड़ा कचरा पड़ा होने के कारण संक्रामक बीमारियां फैलने के भी आशंका बनी हुई है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि प्रसुताओं का प्रसव करने के बाद उसका सारा कचरा अस्पताल बिल्डिंग के पीछे फेंक दिया जाता है। इतना ही नहीं अन्य मरीजों के छोटे-मोटे ऑपरेशन आदि से निकलने वाला कचरा भी कहीं उचित जगह डालने के बजाय अस्पताल बिल्डिंग के बगल ही डाल दिया जाता है। फिलहाल बाउंड्री वाल के भीतर और अस्पताल बिल्डिंग के अगल-बगल डाले गए इस कूड़े कचरे से कभी भी संक्रामक बीमारी फैल सकती है। वहीं परिसर में बड़ी-बड़ी घास और झाड़ियां भी गंदगी व बीमारी को बढ़ावा दे रही हैं।

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