नैतिक शिक्षा प्रदान करता है ऋषि साहित्य: उमानंद शर्मा

गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान, समर्पण कालेज ऑफ फार्मेसी वाङ्मय साहित्य की हुई स्थापना
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत‘गुरुवार को समर्पण कालेज ऑफ फार्मेसी देवा रोड, लखनऊ के पुस्तकालय’’ में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 353वाँ वाङ्मय स्थापना का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
यह साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट के सक्रीय सदस्य, रूचि सक्सेना ने भेंट किया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को शिक्षक-शिक्षिकाओं को अखण्ड ज्योति पत्रिका भी भेंट की गयी।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ऋषि साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है, और संस्थान के चेयरमैन डॉ. आर.एस. दुबे, ऊषा सिंह ने भी अपने विचार रखे। संस्थान के निदेशक प्रशासन वी.पी. तिवारी, नीरज कुमार वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में गायत्री परिवार के उमानन्द शर्मा, ऊषा सिंह, संस्थान के चेयरमैन डॉ. आर.एस. दुबे, निदेशक प्रशासन वी.पी. तिवारी, प्रधानाचार्य नीरज कुमार वर्मा, नर्सिंग की प्रधानाचार्या डॉ. दीप्ति शुक्ला, शकुन्तला त्रिपाठी, अनन्या सक्सेना, के साथ-साथ छात्र-छात्रायें शिक्षक-शिक्षिकायें आदि भी मौजूद थे।




