वायरल हो रहे चुनावी खर्च के पत्र की हो उच्चस्तरीय जांच: मनोज सिंह
मीडिया के पक्ष में उतरे बीजेपी सैनिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक
सीएम, रक्षामंत्री व बीजेपी प्रदेश को पत्र लिखकर की जांच की मांग
राहुल तिवारी/ समग्र चेतना
लखनऊ। इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल उस पत्र की चर्चा जोरों पर है कथित चुनावी खर्च का ब्यौरा है, इसमें कुछ लोगों के नाम भी हैं इसमें कितनी हकीकत है इसकी जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही होनी चाहिए। कुछ लोग इस वायरल पत्र की जांच के बजाए उल्टे मीडिया पर कार्यवाही की मांग कर रहें हैं जो कहीं से न्यायोचित नही है। उक्त विचार सोमवार को बनी स्थित अपने आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बीजेपी सैनिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक मनोज कुमार सिंह ने व्यक्त किये। श्री सिंह ने सीएम योगी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की भी मांग की है।
भारतीय जनता पार्टी के सैनिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक मनोज कुमार सिंह चौहान में बनी स्थित अपने कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि एक पत्र सोशल मीडिया पर वह एक न्यूज़ चैनल द्वारा दिखाया गया है वह सही है या गलत है उसकी जांच होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर वायरल चुनावी खर्च के इस पत्र की जांच की मांग भी की गयी है। श्री सिंह ने कहा कि इससे स्थिति साफ हो जाएगी इसमें कोई दोषी है अथवा निर्दोष है। उन्होंने कहा कि यदि इस पत्र में जो दिखाया जा रहा है वह साजिश है तो उसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि इस परिचय को वायरल करने वाले मीडिया संस्थान व जिस फोन नंबर से ग्रुपों में डाला गया है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
मनोज सिंह ने कहा कि मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि उस पर्चे की जांच की मांग क्यों यह लोग नहीं कर रहे हैं जिससे उसकी सत्यता की पुष्टि की जा सके। आखिर मीडिया पर क्यों दबाव बना रहे हैं कि इस पेपर को वायरल क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि मीडिया का कार्य ही है यदि कोई खबर मिलती है तो उसको वायरल करना प्रकाशित करना। यही नही मीडिया ने भी कहा है कि हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं या जांच का विषय है। श्री सिंह ने कहा कि इस पर्चे में जिन लोगों के नाम हैं वह अभी कुछ समय पहले ही सपा, बसपा की सरकारों में उसी पार्टी में रहकर सत्ता की मलाई काटते रहे हैं अब अपनी उन करतूतों पर पर्दा डालने के लिए भाजपा में आकर सरकार का लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं मैं पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ हूं ऐसे लोगों को सफल नहीं होने दूंगा मेरा कार्यकर्ता मेरे लिए सर्वोपरि है जो लोग दूसरे दलों से आए हैं वह आज नहीं तो कल फिर दूसरे दलों में भाग जाएंगे क्योंकि इनकी तो यही नियत है दलों में आना-जाना।
मनोज सिंह ने कहा कि बीते रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस सरोजनी नगर में की गई थी जिसमें इस वायरल पत्र पर खबर के संबंध में मेरे वा मीडिया संस्थान पर मानहानि करने का की मांग की गई थी पर उस पेपर की जांच की मांग क्यों नहीं की गई जिससे सच सामने आए। पूर्व सांसद स्वर्गीय रामलाल के परिवार की गैस एजेंसी में नौकरी करने वाला व्यक्ति कितना वेतन पाता है कि वह टैक्स के दायरे में आता है उसकी भी जांच होनी आवश्यक है। क्योंकि बताया जाता है कि उस व्यक्ति के नाम एक अलीशान होटल भी है क्या उसके वेतन से अलीशान होटल का निर्माण संभव है यदि नहीं तो यह कैसे संभव हुआ। यही बताया जाता है कि इस होटल का नक्शा भी एलडीए से पास नहीं है। यही नही जिस गैस एजेंसी में यह व्यक्ति नौकरी करता है उस गैस एजेंसी का गोदाम घनी आबादी के बीच सरोजनी नगर के रूम में बना हुआ है यदि कोई घटना हो जाए तो कितनी बड़ी जनहानि होगी। उन्होंने मांग की कि यह गोदाम भी आबादी से बाहर किया जाना चाहिए जिससे लोग सुरक्षित रह सके। मनोज सिंह ने कहा एक सैनिक के रूप में देश की सरहद की रक्षा की आतंकियों को ढेर करने का काम किया है अब अवकाश लेने के बाद भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में समाज सेवा कर रहा हूं जो भी गलत करेगा उसका मैं और मेरी पार्टी विरोध करेगी यह पीएम मोदी व सीएम योगी की पार्टी है किसी भी सम्मान विरोधी ताकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।