श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुन झूमे श्रोता

संदीप मिश्रा की अगुवाई में रमनगरा में आयोजित हो रही भागवत कथा
रामपुर मथुरा/सीतापुर। विकास क्षेत्र अंतर्गत रमनगरा पारा में श्री धाम वृंदावन से पधारे कथा व्यास संजीव कृष्ण जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा आयोजित हो रही है। इसी क्रम में तीसरे दिवस कथा पंडाल में श्री कृष्ण जन्म के प्रसंग का बखान किया। कथा व्यास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं।
कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान श्रीकृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालुगण झूमने लगे।
कथा व्यास ने कहा कि भगवान की सच्चे मन से भक्ति और प्रार्थना करने से मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की मनमोहक झांकियां भी कार्यक्रम में प्रदर्शित की गई। उपस्थित श्रोताओं भक्तजनों को माखन व मिश्री का प्रसाद वितरित किया। इस अवसर पर सीता ग्रुप ऑफ एजुकेशन के चेयरमैन रमेश बाजपेई बिरल, जिला पंचायत सदस्य सुरेश प्रकाश मिश्र, जूट संघ के अध्यक्ष चंद्रकुमार मिश्र बापू, बिसाल बाजपेई, चंद्रप्रकाश दीक्षित अजीत, दीपक मिश्रा समेत काफी संख्या में वरिष्ठगण व भक्तजनो ने उपस्थित होकर अपने को पुण्य का भाग्य बनाया।




