दबंग प्रधान के कब्जे से अपनी जमीन को मुक्त कराने के लिए पीड़ित किसान पहुंचा कोर्ट

प्रधान के रसूख और धनबल के आगे नतमस्तक बंथरा पुलिस ने 2016 में गुपचुप जांच कर बन्द कर दी थी मुकदमे की फ़ाइल
राहुल तिवारी
लखनऊ। सरोजनीनगर तहसील के सहिजनपुर गाँव में प्रधान द्वारा दबंगई से हड़पी गयी भूमि को लेकर पीड़ित किसान ने अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तब जाकर अधिकारियों को होश आया और उक्त भूमि की फर्जी राजस्ट्री को जल्द निरस्त करने की बात कही है। आपको बता दे कि इसी मामले में वर्ष 2016 में बंथरा थाने में पीड़ित किसान ने प्रधान के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था पर प्रधान के रसूख और धनबल के आगे पुलिस भी नतमस्तक हो गयी और इस बड़े मामले में पुलिस ने गुपचुप तरीके से फाइनल रिपोर्ट लगाकर फाइल ही बन्द कर दी।
अब अपनी जमीन बचाने के लिए किसान ने कोर्ट का दरवाजा खटखटा कर न्याय की गुहार लगाई है।
गौरतलब है कि बंथरा के सहिजनपुर गाँव निवासी रामरती जो बेहद बृद्ध है और गरीब परिवार से है। रामरती के पास महज डेढ़ बीघा ही जमीन थी जिसको सहिजनपुर गाँव के दबंग प्रधान पुत्र श्रवण कुमार ने धोखा धड़ी से मुख्तारनामा कराकर अपने नाम फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवा ली थी।
पीड़ित किसान को जमीन के एवज में रूपये भी एक न दिये। वृद्ध रामरती का पुत्र रामू जो मेहनत मजदूरी करने के लिए बाहर जाता है और बूढ़ी माँ सहित परिवार का पालन पोषण करता है जमीन लिखने के बाद रामू व उसकी वृद्ध माँ रामरती मानों भूमिहीन हो गई थी प्रधान व प्रधान पुत्र की इस करतूत से ग्रामीणों में भी काफी आक्रोश है।
रामू ने बन्थरा थाने में प्रधान व उसके पुत्रों के खिलाफ बन्थरा थाने में सन् 2016 में धारा 420 व 406 का मुकदमा दर्ज करवाया था लेकिन प्रधान पुत्र के रसूख के आगे बन्थरा पुलिस ने कुछ दिन बाद ही फाइनल रिपोर्ट लगाकर फाइल बंद कर दी। पुलिस के प्रधान के दबाव में आने के बाद अब रामू ने सरोजनीनगर तहसील में नायब तहसीलदार की अदालत में जमीन का कैंन्सीलेशन करवाने का मुकदमा दर्ज कराया जिस पर जिरह बहस सब कुछ हो जाने के बाद भी आज 6 माह बीतने के बाद भी नायब तहसीलदार सरोजनीनगर द्वारा रामरती की जमीन का कैन्सीलेशन नहीं हुआ और प्रधान ने उस फाइल को भी गायब करवा दिया।
बेचारा गरीब रामू और उसकी माँ तहसील प्रशासन के इस रवैये से परेशान होकर दर दर की ठोकर खा रहै है और प्रधान के इशारे पर तहसील के अधिकारी काम कर रहे हैं। रामू फिलहाल अब न्याय की आस में दीवानी पहुंच गया है और पुलिस द्वारा लगाई गई धारा 420 406 में फाइनल रिपोर्ट को दुबारा से जांच करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
क्या कहते है अधिकारी
इस सम्बन्ध में जब तहसीलदार सरोजनीनगर से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मामला काफी पुराना है इसे दिखवाकर जल्द ही जमीन की राजस्ट्री का कैन्सीलेशन करवा दिया जायेगा।




