ब्लॉक प्रमुख से लेकर सांसद और मंत्री तक सरोजनी नगर में सत्ता पक्ष के फिर भी सालों से आउटर पर क्यों खड़ी है यहां के विकास की गाड़ी

ब्लॉक प्रमुख से लेकर सांसद और मंत्री तक सरोजनी नगर में सत्ता पक्ष के फिर भी सालों से आउटर पर क्यों खड़ी है यहां के विकास की गाड़ी
जमीनी स्तर पर उतरकर कार्य करने के बजाए सिर्फ सोशल मीडिया पर ही अपनी वाह वाही कर पीठ थपथपा रहें यहां के जनप्रतिनिधि
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। राजधानी का सरोजनीनगर जहाँ सत्तारूढ़ दल के ही प्रतिनिधि ब्लॉक प्रमुख जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक और सांसद जैसे पदो पर विराजमान है उसके बाद भी दुर्भाग्य कहें कि यहां पर विकास की गाड़ी एक्सप्रेस तो छोड़िए पैसेंजर की गति से भी नही चल पा रही है बल्कि यूं कहें कि यहां की विकास की गाड़ी आउटर पर खड़ी सालों से सिग्नल का इंतजार कर रही है और वहीं यहां के चुने हुए जनप्रतिनिधि सिर्फ सोशल मीडिया पर अपना महिमा मंडन करने में बिजी हैं।
अब बीजेपी नेतृत्व को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना होगा नही तो यहां की जनता समीकरण बदलने में देर नहीं करेगी।
सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र के गांवो की सड़कों की अगर बात करें तो यहां की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी है जो की बरसात में तालाब का स्वरूप ले चुकी हैं।
सड़कों की बद्तर हालत की वजह छात्रों व बुजुर्गों के लिए आवागमन काफी दूभर हो गया है। शायद सरकार में भाजपा के जनप्रतिनिधियो की दृष्टि यहां की सड़कों पर हो चुके गढ्ढों पर नहीं जा रही है। जबकि करोड़ों का बजट विकास के नाम पर मुख्यमंत्री द्वारा दिया जा रहा लेकिन जनप्रतिनिधि अपने कर्तव्यों व दायित्वों का निर्वाहन न करते हुए सिर्फ आंख मूदे हैं।
वहीं जनता ने भी इस बार लोकसभा चुनाव में जनप्रतिनिधियों से चुनाव के समय सवाल पूछने का मन बना लिया है। सरोजनीनगर क्षेत्र में तमाम ऐसी समस्याएं है जिनका निवारण हो पाना असम्भव दिखाई दे रहा है। जैसे गांवों में बने तालाबों की साफ सफाई न होना, गांवों में कूड़ा घर न होना, बिजली की समस्या, शिक्षा की समस्या, स्वास्थ्य की समस्या के साथ ही गांवों में बने मनरेगा चकरोड मार्ग की सफाई व मिट्टी आदि ना पड़ पाना सरकार के दावों को मुंह चिढ़ा रहे हैं।
गांवों में चकरोड ध्वस्त हो चुकें है, गांवों में बने सरकारी नालों को कुछ दबंग ग्रामीणों ने पाट दिया है जिससे जल निकासी की समस्या भी गहरा गई है। ऐसी तमाम समस्याएं है जो विकास से कोसों दूर है।




