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आ गई बड़ी खबर, जान लें पीयूष जैन किसका आदमी है

पीयूष जैन हमारा आदमी है। ई छापा वाले भी बिल्कुल ​अक्किल से पैइदरे हैं। अरे नाई पता चल रहा कि पीयूष जैन कीका आदमी है तौ ईनाम ​रखि दें कि जतना धन बरामद भा उइका 10 परसेंट उइका मिली जीका आदमी पीयूष जैन है। अबहे कइयो पकरेम आय जाईहैं।

नमस्कार हम हैं सुरेश मिश्रा पहचानेव। सुना है यूपी मा बड़ा बवाल मचा है। उ इत्र वाले मामले माँ, योगी जी कहि रहे पीयूष जैन अखिलेश का आदमी है। अखिलेश भैया कहि रहे बीजेपी का आदमी है। अब जनता कंफ्यूजिया गई है की यू आदमी है कि का। अच्छा हम रहन सोइति नय यू बवाल होवै न करत। अरे हमसे कोई पुछ्बैं नई किहिस। अगर पूछती तो हम खुदै बताया देइत की पीयूष जैन हमार आदमी है। बचपन का याराना रहा। हम पंच बहुत छोट छोट रहन वहय पचवी छठी मा होबै। तब से ईनका देखित है। अरे एक जवाने मां घर का आना जाना रहय बाबा परदादा से तौ कच्चे पक्के का रिश्ता ।

फिर धीरे धीरे ई बड़के लम्बरदार होइगे तौ हमका भूलिगे। लेकिन हम पंच जमीनी अदमी, अमीरी मा इ हमका भले भुलाय दिहिन लेकिन हम इनका मुसीबतौ मां न छवाड़ब। वैसे याक बात बताई। रिश्ता तो इनसे कइयों लोगन से दलन से आजौ है। लेकिन कबूली कोई न। आज कबूलय सबेरहे छापा, जउन कुछ ऐसी वैसिस नोचिन घसोटिन सब सरकारी खजानेम जब्त, और जेल अलग से। यहे लिए हर अदमी डेराय रहा। इनसे फायदा बहुत लोग लिहिन लेकिन सितारे गर्दिस मां अउतैय खन सब कन्नी काटि रहे। कइयों का तो नींद नहीं आ रही कि कहूं उनका रिश्ता न खुल जाए। देखेव पीयूष भैया सुख के सब साथी हैं दुख मां न कोय। लेकिन हम तुमका आजै वैइसेय मानिति। अबकी जैसेउ छूटि के आयेव तौ हमरौ ध्यान देहेव।

अब खुलिकै तुमार समर्थन किया है। अच्छा हमका छापा वालेन से डेरव नाई। खुलिकय अपन रिश्ता बताएन ई मारे कि हमार होइ का। हम तौ कहिति अबहे छापा वाले आय जाएं का मिली एकु मोबाइल, टाइपॉड , दुई लाइटै। टीवी रहय वा बिगरी परी। कुल मिलाएक दुई चार हजार का अल्ला बल्ला है तो छापा वालेन का पेटोल का पैसा भी न निकरी। कुल मिलाएक हमका लब्बो लुवाब जाउन समझिम आवा कि गम खाव तनुक कम खाव, ताकि छापा वापा कि नौबति न आवै। पीयूष जैन के मामले से सब व्यापारी भाइन का यहै सीख लेक चही। देखि लेव मुफत मा इत्र की खुशबू बहुत लोग लीहिन जब पकरे गे तौ सब यहै कहि रहे कि हमरे जुखामु रहय। नमस्कार।

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