राजधानी में 160 दिनों से आंदोलन कर रहे किसान, कब हटेगा गोमती से माफियाओं का कब्जा

लखनऊ। गोमती नदी में हुए अवैध कब्जे को लेकर दीपक शुक्ला तिरंगा महाराज द्वारा लंबे समय से आंदोलन चलाया जा रहा है समय-समय पर कई सामाजिक और किसान संगठनों ने तिरंगा महाराज द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों का समर्थन किया है। तिरंगा महाराज गोमती नदी में हुए अवैध कब्जे को लेकर 2014 से संघर्षरत हैं।
अब 26 अगस्त से अनिश्चितकालीन धरना दे दिया है। धरने पर कई बार सक्षम अधिकारी मौके पर पहुंचे और ज्ञापन लेकर समस्याओं के निवारण का आश्वासन दिया, पर अभी तक किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। अब एक बार पुनः तिरंगा महाराज को 1 हफ्ते का समय दिया गया है।
उपजिलाधिकारी मलिहाबाद और उप जिलाधिकारी बीकेटी ने कहा कि समस्याओं का समाधान होगा और सभी पर बिंदुवार कार्रवाई होगी, जिस पर तिरंगा महाराज ने सहमति जताई है और कहा है अगर एक हफ्ते में किसी भी प्रकार से ढलाई की गई तो आने वाले समय में हम बड़ा आंदोलन करेंगे।
आखिर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई
लखनऊ के बीकेटी विधानसभा के कुछ किसानों की जमीन पर नीलांश वाटर पार्क का कब्जा है। तिरंगा महाराज का कहना है कि जमीन की नपाई हो जाए जो जमीन किसानों की है वो उन्हें दे दी जाए। बस इतनी सी मांग के लिए आज धरने का 160वां दिन भी हो गया। अब तो खबर ये भी आ रही है कि एक हफ्ते बाद किसान इस आंन्दोलन को और तेज कर देंगे। यानी की एक महीने धरने के बाद अब किसान लाठी भी खाएंगे।
अधिकारियों की कमजोर इच्छा शक्ति या यूं कहें की ऊपरी दबाव ने आज इस मामले को इस मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। ये हाल राजधानी लखनऊ की उस विधानसभा का है जहां से राजनाथ सिंह जैसे नेता चुनाव लड़ चुके हैं। रामसागर मिश्र, भगवती सिंह जैसे नेताओं का ये क्षेत्र रहा है। कभी अटल बिहारी बाजपेई प्रधानमंत्री रहते हुए इस क्षेत्र में कई बार आए। इतनी प्रचलित और चर्चित जगह पर पिछले एक महीने से किसान धरने पर हैं और प्रशासनिक अमला अब तक समस्या का समाधान नहीं करा पाया इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ नहीं हो सकता। बहरहाल तिरंगा महाराज ने भी ऐलान किया है कि वह किसानों की इस लड़ाई को अंतिम सांस तक जारी रखेंगे। अब देखना यह है कि ये लड़ाई कहां तक जाती है।सीबीआई जांच होगी किसानों को न्याय मिलेगा और जो भी क्षेत्र की मांगे हैं वह सभी पूरी होगी




