हवन यज्ञ व भंडारे के साथ हुआ श्रीमद भागवत कथा का समापन

हवन यज्ञ व भंडारे के साथ हुआ श्रीमद भागवत कथा का समापन
बिजनौर के परवर-पश्चिम गांव में आयोजित श्री मद् भागवत कथा के समापन पर विशाल भंडारे का हुआ आयोजन
राहुल तिवारी
लखनऊ।बिजनौर के परवर-पश्चिम गांव में चल रही सात दिवसीय श्री मद् भागवत कथा का सोमवार को समापन हुआ।कथा के समापन पर हवन यज्ञ और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।भागवत कथा का आयोजन ब्रजभान सिहं व उनकी पत्नी प्रियंका सिहं की ओर से करवाया गया था।
कथा व्यास विमल मिश्र शास्त्री ने सात दिवस तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई।कथा व्यास ने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं।कथा व्यास ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है।
पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन। जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। कथा समापन के दिन सोमवार को विधिविधान से पूजा करवाई। दोपहर तक हवन उसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया।भंडारे में वरिष्ठ भाजपा नेता शंकरी सिहं,शैलेन्द्र सिहं,रामू सिहं समेत काफी संख्या में ग्रामीणो व क्षेत्रीय लोगो ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया।




