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निकाय प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आज सुबह आठ से कडी सुरक्षा के बीच शुरू होगी मतगणना

विजयश्री कराने के लिए प्रत्याशी करा रहे विशेष पूजा

सीतापुर। निकाय चुनाव की मतगणना शनिवार 13 मई को सुबह आठ बजे से होगी। मतपेटियों के खुलने और वोटों की गितनी का समय करीब आते-आते प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों के साथ ही राजनीतिक दलों के नेताओं के दिलों की धड़कनें भी तेज होती जा रहीं हैं। जिले में कुल 11 निकाय हैं। इनमें से 5 नगर पालिका परिषद और 6 नगर पंचायत हैं। इन सभी निकायों में अध्यक्ष पद के कुल 154 और वार्ड सदस्य पद के कुल 1775 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

चुनावी समर में विजयश्री का वरण करने के लिए कई प्रत्याशियों ने जीत के लिए अनुष्ठान कराया है। कुछ प्रत्याशियों ने जिले के बाहर प्रमुख धार्मिक स्थलों पर अपने रिश्तेदारों को विशेष पूजा के लिए भेजा है, जो शनिवार तक वापस होंगे।

सांसद व दो पूर्व विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर
चित्र परिचय-राकेश राठौर गुरू, राधेश्याम जायसवाल, जासमीर अंसारी, सांसद राजेश वर्मा, राकेश राठौर। लोक भारती।
जिले की सर्वाधिक प्रतिष्ठापूर्ण सीट सीतापुर नगर पालिका परिषद में कुल 30 वार्ड हैं। इनमें कुल 1,62,210 मतदाता हैं। जिनमें से 85,295 पुरुष और 76,915 महिला मतदाता हैं। लेकिन चार मई को हुए मतदान में यहां के कुल 04 लाख 96 हजार प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। कम मतदान प्रतिशत ने प्रत्याशियों के दिलों को बेचौन कर रखा है। यहां पर अध्यक्ष पद के लिए कुल 154 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। लेकिन महिला वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट पर मुख्य मुकाबला त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है।

मुख्य मुकाबला सपा की रश्मि जासवाल, भाजपा की नेहा अवस्थी, सपा की बागी और निर्दलीय प्रत्याशी नील कमल राठौर के बीच सिमटता नजर आ रहा है। लेकिन इस सबके बीच भाजपा की बागी व निर्दलीय प्रत्याशी पूनम मिश्रा, शहरी विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरू की भाभी शबनम राठौर और कभी केसरिया झंडा बुलंद करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी व पूर्व पालिकाध्यक्ष आशीष मिश्रा को मिलने वाले वोट भाजपा की हार-जीत के अंतर को तय करेंगे। बागी प्रत्याशियों पूनम मिश्रा, शबनम राठौर और आशीष मिश्रा की तिकड़ी भाजपा प्रत्याशी की जीत में रोड़ा अटकाए हुए हैं। यहां पर राज्यमंत्री और भाजपा सांसद सहित समाजवादी पार्टी के दो पूर्व विधायकों और एक पालिकाध्यक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।

इस सीट से सपा प्रत्याशी रश्मि जायसवाल पूर्व विधायक व निवर्तमान पालिकाध्यक्ष राधेश्याम जायसवाल की पुत्र वधू हैं। भाजपा प्रत्याशी नेहा अवस्थी पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मुनींद्र अवस्थी और गोंदलामऊ ब्लॉक की प्रमुख नमिता अवस्थी की पुत्र वधू हैं। नेहा जीत के लिए भाजपा सांसद राजेश वर्मा सहित उनके परिवारीजन और पूरी भाजपा ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया है। जबकि सपा की बागी प्रत्याशी नीलकमल राठौर को जिताने के लिए सपा के पूर्व विधायक राकेश राठौर ने हर घर पर दस्तक दी है। भाजपा से बगावत कर चुनावी मैदान में उतरी शबनम राठौर शहरी विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरू की भाभी हैं। उन्होंने भी अपनी जीत के लिए मतदाताओं से लगातार अपील की है।

पुराने जख्मों पर मरहम लगाने की जुगत
सपा के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक नरेंद्र वर्मा और सीतापुर के मौजूदा सांसद राजेश वर्मा की राजनैतिक प्रतिद्वंदिता किसी से छिपी नहीं है। बीते विधान सभा चुनाव में भाजपा की आशा मौर्या से मामूली वोटों से शिकस्त का सामना करने वाले नरेंद्र वर्मा इस बार के निकाय चुनाव को आगामी लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में ले रहे हैं। इसके अलावा वह विधान सभा चुनाव में भी इस बार कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखना चाहते, इसी के चलते उन्होंने नगर पालिका परिषद महमूदाबाद सहित नगर पंचायत पैंतेपुर में एक-एक घर पर दस्तक देकर सपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील करते नजर आए हैं। राजनीतिक गलियारों में इन दिनों इस बात की चर्चाएं बेहद गर्म हैं कि महमूदाबाद और पैंतेपुर में अध्यक्ष पद पर सपा की ताजपोशी करा कर नरेंद्र वर्मा अतीत में मिले जख्मों पर मरहम लगाने का काम करना चाह रहे हैं।

अबकी बार, बाउंड्री पार को बेताब सीमा
बिसवां नगर पालिका परिषद 25 वार्डों में विभक्त है और यहां पर 50 हजार से अधिक मतदाता हैं। राजनीतिक समीकरणों पर गौर करें तो यहां पर भाजपा की जीत तय मानी जा रही है। हालांकि कम मतदान प्रतिशत भाजपा प्रत्याशी समेत पार्टी नेताओं की नींद उड़ा रखी है। बीते तीन चुनाव से लगातार जीत का परचम फहराने वाली निवर्तमान पालिकाध्यक्ष और भाजपा प्रत्याशी सीमा जैन जीत का चौका लगाने को तैयार हैं।

मुख्य मुकाबले में भाजपा की सीमा जैन के अलावा सपा ने इस बार अपने पूर्व प्रत्याशी शब्बीर खां के बजाए कांग्रेस के हाथ का साथ छोड़कर आए आशीष गुप्ता पर दांव लगाया है। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी एवं पूर्व पालिकाध्यक्ष्ज्ञ अब्दुल अतीक खा और पूर्व सभासद मोईन खां भी मुख्य मुकाबले में डटे हुए हैं।

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