बिजली कनेक्शन काटने पहुंचे बिजली अधिकारियों की अभद्रता से छुब्ध होकर युवक ने दी जान

बिजली कनेक्शन काटने पहुंचे बिजली अधिकारियों की अभद्रता से छुब्ध होकर युवक ने दी जान
दरोगा खेड़ा के काशीराम कॉलोनी में हुई घटना
मृतक की मां ने सीएम से लगाई न्याय की गुहार
समग्र चेतना/ राहुल तिवारी
लखनऊ। सरोजनीनगर में शुक्रवार को एक युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान गवां दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सरोजनीनगर के दरोगा खेड़ा स्थित काशीराम कॉलोनी निवासी स्व. रवि गौतम उर्फ सट्टू का बेटा विजय गौतम उर्फ़ चोनी (21) अपनी मां तारा देवी व एक 18 वर्षीय बहन के साथ रहकर प्राइवेट नौकरी करता था। शुक्रवार को तारा देवी रोज की तरह लोगों के यहां चौका बर्तन करने चली गई। जबकि विजय की बहन भी किसी काम से बाहर चली गई।
अपराहन करीब 3 बजे जब तारा काम से वापस लौटी तो देखा कि विजय कमरे के अंदर पंखे के हुक से दुपट्टे के सहारे मृत अवस्था में लटका मिला। कमरे का यह दृश्य देखकर उसके होश उड़ गए और उसने आनन-फानन इसकी सूचना अपने देवर दरोगा खेड़ा निवासी मधुराम गौतम को दी। बाद में मधुराम ने सरोजनीनगर पुलिस को मामले से अवगत कराया। जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सरोजनीनगर इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरी का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि विजय प्राइवेट नौकरी करता था, जो कुछ दिन पहले छूट गई है। नौकरी छूटने की वजह से मृतक विजय काफी डिप्रेशन में रहता था और उसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है।
फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। उधर मृतक की मां तारा देवी का कहना है कि विद्युत कनेक्शन काटने पहुंचे विद्युत अधिकारियों की अभद्रता से क्षुब्ध होकर उसके बेटे विजय ने आत्महत्या की है। उसका कहना है कि वह काम पर गई थी और बेटा विजय अकेले ही घर पर था। तभी बिना किसी नोटिस के गहरु पावर हाउस के विद्युत अधिकारी और कर्मचारी अचानक उसके घर पहुंचे और विजय का विद्युत बिल बकाया होने की बात कहते हुए उसका विद्युत कनेक्शन काटने लगे।
आरोप है कि जब विजय ने बिना किसी नोटिस के विद्युत कनेक्शन काटने की बात कही तो अधिकारियों ने उससे गाली गलौज करने के साथ ही जमकर अभद्रता की। बाद में जबरन उसका विद्युत कनेक्शन काट दिया। तारा की माने तो विद्युत अधिकारियों की इस अभद्रता से क्षुब्ध होकर ही विजय ने आत्महत्या कर ली है। तारा का कहना है कि उसके घर में बेटे विजय के अलावा कोई कमाने वाला नहीं है।




