नूहुल हत्याकांड की जांच को लेकर डीएम को सौंपा ज्ञापन

बिसवां/सीतापुर। थाना खैराबाद के मोहल्ला मियां सराय निवासी राजकीय इंटर कॉलेज लहरपुर में वरिष्ठ लिपिक पद पर कार्यरत 1857 के प्रथम स्वतंत्रता स्वाधीनता संग्राम के अमर सेनानी अल्लामा फजल हक खैराबादी के प्रपौत्र नूहुल हक 5 जून को थाना तालगांव क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे।
नागरिक अधिकार संगठन पूरे प्रकरण की जिलाधिकारी अनुज सिंह से मजिस्ट्रेट जांच कराए जाने की मांग की है ताकि असली गुनहगारों को दंड मिल सके। संगठन सचिव हरिशंकर गुप्ता ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि मृतक नूहूल हक की पत्नी शबाना के द्वारा तालगांव थाना प्रभारी को दी गई तहरीर पर तत्काल रिपोर्ट न दर्ज किया जाना तालगांव पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। श्री गुप्त ने कहा कि शबाना द्वारा दी गई तहरीर में कहा गया है कि 5 जून को अपराह्न 2.30 बजे मेरे पति परेशान हालत में आए और घर से कुछ कागज लेकर ऑफिस के कुछ लोगों से मिलने की बात कह कर चुंगी चौराहे तक जाने की बात कही थी घर वापस न आने पर खोजबीन भी की गई इसी दौरान तालगांव थाने से फोन पर एक लाश पाए जाने की सूचना मिली मेरे परिजनों के द्वारा वहां पहुंचने पर मेरे पति मृत अवस्था में पड़े मिले एवं उनके सिर पर घाव के निशान थे।
टी शर्ट एवं सोने की चेन गायब थी, जिससे यह प्रतीत होता है कि मेरे पति को योजनाबद्ध तरीके से अज्ञात लोगों के द्वारा अगुवा कर मार दिया गया है। उन्होंने जिस तरीके से दी गई तहरीर में विभागीय मामलों को लेकर परेशान करने का आरोप लगाते हुए कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं अन्य दो अधिकारियों द्वारा धमकाने की बात कही गई है और जेल भिजवा देने की धमकी का भी जिक्र किया है। उक्त पूरे प्रकरण में अभी तक पुलिस द्वारा किसी ठोस नतीजे पर ना पहुंच पाना पुलिस की शिथिलता है।
उक्त गंभीर प्रकरण में मजिस्ट्रेट जांच कराई जाए ताकि इस वारदात को अंजाम देने वाले बेनकाब हो सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।
 
					 
					



