उत्तर प्रदेशलखनऊसमग्र समाचार

ब्राह्मण महासभा और स्थानीय लोगों ने फिर घेरा बंथरा थाना

घटना के बाद लापरवाही बरतने वाले दरोगा को सस्पेंड करने की मांग

लखनऊ। इलाके के बंथरा गांव में बीती 21 जुलाई को हुए ऋतिक पांडेय हत्याकांड को लेकर के बंथरा थाना परिसर का स्थानीय लोगों सहित ब्राह्मण संगठन ने घेराव किया। सुबह ग्यारह बजे से ब्राह्मण संगठन के नेता और स्थानीय लोग थाने पर जमकर प्रदर्शन किया।। इनका कहना था कि ऋतिक पांडेय की हत्या में शामिल आरोपियों को कठोर सजा मिले और दरोगा इब्ने हसन का निलंबन हो।

एकत्रित हुए लोगों को अधिकारी शांत कराने का प्रयास करते रहे, लेकिन सभी लोग शांत होने के बजाय नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस आयुक्त, कमिश्नर और जेसीपी को मौके पर बुलाए जाने और दरोगा के निलंबन की मांग पर अड़े रहे। अधिकारियों से बात के दौरान कहा जब तक बर्खास्तगी नहीं होगी तब तक सभी यहीं डटे रहेंगे।

मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने खुद ज्ञापन लेने की बात कही, लेकिन बात नहीं बनी। आक्रोश बढ़ता देख एडीसीपी दक्षिणी शंशाक सिंह बंथरा थाना पहुंचे। यहां ज्ञापन लेकर जल्द कार्रवाई करने की बात कही। इसके बाद भी लोग नहीं मानें। और अधिकारियों से सभी आरोपियों के असलहों का लाइसेंस रद्द करने और मृतक के परिवार को सुरक्षा देने, आर्थिक सहायता के रूप में एक करोड रुपए देने और परिवार को एक सरकारी नौकरी देने की मांग करते रहे।

धरने में अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी भी पहुंचे थे।
बंथरा थाने पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने ऋतिक पांडेय को न्याय दो की नारेबाजी की।
ब्राह्मण संगठन के नेता और स्थानीय लोग थाने पर सुबह ग्यारह बजे से जुटना शुरू हुए और दोपहर 1 बजे तक भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण ही ऋतिक पांडेय की हत्या हुई है। धरने पर पूर्व सांसद प्रतिनिधि प्रवीण अवस्थी, भाजपा नेता अमित तिवारी, आशु शुक्ला, सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे|

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