तबादलों की गाज नहीं गिरी चहेतों पर
- आलाधिकारियों की जानकारी के बिना स्टेनो व बाबुओं की सांठगांठ से हो रहा है खेल
राहुल तिवारी
लखनऊ। पुलिस महकमे में इस समय जमकर भ्रष्टाचार का बोलबाला है और ये भ्रष्टाचार कोई और नहीं बल्कि पुलिस अधिकारियों के कार्यालय में बैठे स्टोनो व बाबू कर रहे हैं और इसकी भनक स्वयं अधिकारियों को भी नहीं है।
गुरूवार को मध्य क्षेत्र के पुलिस कर्मियों की जो ट्रांसफर लिस्ट आई है उसमें भी कुछ ऐसा ही देखना को मिला है। इस लिस्ट में एक बार फिर से बन्थरा प्रभारी का रसूख और डीसीपी मध्य आफिस में बैठे स्टोनो का भ्रष्टाचार देखने को मिला है। स्थानांतरण सूची में वे सिपाही बन्थरा से हटाये गए हैं जो थाना प्रभारी के इशारे पर काम नहीं करते थे।
सवाल यह उठ रहा है कि जब ये सिपाही तीन साल का समय काट चुके हैं और इनका स्थान्तरण हुआ तो बन्थरा थाने में आज भी थाना प्रभारी के बेहद करीबी डाक मुन्शी जो लगभग थाने में लगभग 3 साल का समय पूरा कर चुका है लेकिन आखिर इस डाक मुन्शी का स्थान्तरण क्यों नहीं हुआ?इस डाक मुन्शी पर आखिर थाना प्रभारी की अनुकम्पा क्यों देखने को मिल रही है। थाना प्रभारी स्वयं इस समय क्षेत्र में काफी सुर्खियों में बने हुए हैं लेकिन अधिकारियों की अनुकम्पा इन पर भी बनी हुई है।




