वास्तविक जीवन से दूर जा रहे लोगों को दिशा देगी सोशल आइसोलेट

राहुल तिवारी
लखनऊ। आज सोशल मीडिया ने लोगो के दिल और दिमाग मे इस कदर अपनी जगह बना ली है कि लोग अपने वास्तविक जीवन से भी दूर होते जा रहे हैं। लोगो को इस मीडिया की आभासी दुनिया से बाहर लाने मे सोशल आईसोलेटेड अहम भूमिका निभाएगी। इस किताब को बंथरा गाँव निवासी सौरभ सिंह चौहान ने लिखी है। सौरभ ने अपनी पुस्तक के माध्यम से यह समझाने का प्रयास किया है कि हमारी असल जिंदगी और इसका मकसद मोबाईल और सोशल मीडिया नही है । परिवार समाज गाँव और देश के प्रति हमारी दूसरी जिम्मेदारियाँ बनती हैं ।
मोबाइल में सिमटी जिंदगी को बाहर लाने के लिए सौरभ ने अपनी यह किताब लिखी है। सौरभ बताते हैं कि उन्होने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था लेकिन सोशल मीडिया से प्रभावित हो रहे लोगों के जीवन को देखकर उन्हे अपना कार्यक्षेत्र बदलना पड़ा। उन्होंने समाज को असल जिंदगी से जोड़ने की ठानी है। उन्होने अपने अनुभवों से” सोशल आईसोलेट” किताब लिखी जिसे लोगो को उनके वास्तविक जीवन से परिचय कराने का माध्यम बनाया है।
सौरभ बताते हैं कि सोशल मीडिया लोगो को भटकाने का काम कर रहा है वो इसे एक साजिस भी मान रहे है। सौरभ कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी यह किताब भटक रहे लोगों को सही दिशा देने का काम करेगी। सौरभ की यह पहली पुस्तक है वह बताते हैं कि इसके बाद उन्होंने अपनी दूसरी पुस्तक भी लिखनी शुरू की है जिसका शीर्षक” राजनेता ”है।




