संघ स्थापना काल से राष्ट्रहित में कर रहा काम- प्रशांत

धूमधाम से मनाया गया विजय दशमी व शस्त्र पूजन उत्सव
सीतापुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विजय दशमी व शस्त्र पूजन उत्सव को स्थापना दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया। आनंदी देवी सरस्वती विद्या मंदिर सभागार में आयोजित हुए में सह विभाग संघचालक राजेंद्र कटियार, नगर संघचालक विनय अग्रवाल व मुख्य वक्ता अवध प्रांत कार्यवाह प्रशांत शुक्ल ने भगवान श्रीराम, संघ संस्थापक डाक्टर हेडगेवार व द्वितीय सर संघचालक गुरु गोलवरकर के चित्र पर पुष्पार्चन, शस्त्र पूजन कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रांत कार्यवाह प्रशांत शुक्ल ने कहा संघ की स्थाना जिस दौरान हुई उस समय देश पर अंग्रेजों का शासन था। भारत पराधाीन था ऐसे में एक हिंदू संगठन खड़ा करना सहज नहीं था। उस समय अनुशीलन समिति से जुड़कर अनेक क्रांतिकारी देश की आजादी के लिए संघर्ष कर रहे थे। 1905 में बंगभंग आंदोलन हुआ सभी एकजुट हुए वंदेमातरम का जयघोष निकला। डा. केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में विजय दशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की।

उसमें सबसे पहले शारीरिक गतिविधि के लिए सैनिक कार्यक्रम करना शुरू किया। इस कार्य को डा. मुंजे अंजाम दे रहे थे वह सेना छोड़कर आए थे। अंग्रेज अफसरों ने कहा सैनिक बनाने का काम सरकार है। बाद में इस विभाग का नाम बदलकर शरीरिक विभाग रखा गया और इसके प्रमुख को शारीरिक प्रमुख बनाया गया। 1925 से संघ अनवरत कार्य कर रहा है। संघ ने भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को अपना आदर्श माना। कार्यक्रम में एकल गीत, अमृत वचन व प्रार्थना हुई। इस मौके पर जिला संघचालक उमाकांत, सह जिला संघचालक राकेश, जिला कार्यवाह आशीष, सह जिला कार्यवाह करुणाशंकर, जिला प्रचारक उपेंद्र, नगर प्रचारक कमलेश, सचिन, पवन, राजेश, अमित, कमलापति, उदित, सुजीत, दीपक आदि स्वयंसेवक मौजूद रहे।




