उत्तर प्रदेशलखनऊ

मंत्रियों, सांसद और विधायकों तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं बदली हारौनी रेलवे स्टेशन की तस्वीर

कोविड में बंद हुई मेमू ट्रेनों को अब तक नहीं शुरू कर सकी सरकार, दैनिक यात्रियों को उठानी पड़ रही है परेशानी

समग्र चेतना/ राहुल तिवारी

लखनऊ। मंत्रियों, सांसद और विधायकों तमाम प्रयासों के बाद भी लखनऊ कानपुर रेल खंड के बीच हरौनी रेलवे स्टेशन की दुर्दशा में कोई बदलाव नहीं आया है। ये हाल तब है जब गांव से लेकर संसद तक सत्ता में बीजेपी ही है।

दिग्गज जनप्रतिनिधियों के प्रयासों और डीआरएम लखनऊ से कई बार शिकायत के बाद भी हरौनी रेलवे स्टेशन की तस्वीर नहीं बदली। स्टेशन परिसर में गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है यात्रियों के बैठने के बैंचें टूटी पड़ीं है। वहीं प्लेटफार्म नंबर 2 व 3 का उचीकरण आज तक न हुआ। जिसके कारण यात्रियों को उतरने चढ़ने में भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हरौनी रेलवे स्टेशन के विकास और 16 मेमू पैसेंजर ट्रेन जो बंद पड़ी है इसके लिए पूर्व भाजपा सांसद मोहनलालगंज कौशल किशोर ने तमाम बार लोकसभा में हरौनी रेलवे स्टेशन पर अवध एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव के लिए जनता की आवाज उठाई लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई।

कानपुर से लखनऊ जाने वाली मेमू पैसेंजर ट्रेन जो सुबह हरौनी रेलवे स्टेशन पहुंचती थी और लखनऊ लगभग 8 बजे तक पहुँच जाती थी जिससे मजदूर छात्र छात्राओं को अपने गन्तव्य तक पहुंचने में आसानी होती थी लेकिन ये ट्रेन भी अब तक सरकार नहीं चला सकी है। कोरोना काल में बंद हुई तमाम मेमू पैसेंजर ट्रेन जो आज भी नही चल सकी जिससे मजदूरी करके अपना जीवन यापन करने वाले मजदूर के घरों में चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है। हरौनी रेलवे स्टेशन के साथ ही सभी स्टेशन पर गंदगी का अम्बार लगा हुआ है।

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