एक दिवसीय वार्षिक उर्स का हुआ आयोजन

सीतापुर। लहरपुर क्षेत्र के खानपुर सादात स्थित मशहूर खानकाह और महान सूफी संत हजरत शेख अलाउद्दीन चर्मिनापोश की मजार पर एक दिवसीय वार्षिक उर्स शनिवार को परंपरागत श्रद्धा एवं अकीदत के साथ संपन्न हुआ। उर्स की तमाम रसूमात खानकाह के गद्दी नशीन गयास मियां की सरपरस्ती में अदा की गई। मजार शरीफ पर गुलपाशी, फातिहा और चादर चढ़ाने के साथ महफिल-ए-समा के तहत कव्वाली पेश की गई।
अकीदतमंदों को तबररूख और लंगर तकसीम किया गया। इस मौके पर बड़ी तादाद में स्थानीय और दूर दराज से आए अकीदतमंद मौजूद थे, जिन्होंने नजरो नियाज के साथ मन्नते मानी। इस मौके पर सज्जादा नशीन गयास मियां ने अकीदतमंदों को खिताब करते हुए कहा कि सूफी संतों की तालीम बहुत अहमियत रखती है, क्योंकि सूफी संतों ने बिना किसी भेदभाव के पूरी इंसानियत की भलाई के लिए काम किया है, इनकी दरगाह पर जो भी सच्चे मन से आता है, उसे फैज हासिल होता है। इस मौके पर रियाज़ उद्दीन आरफी, ख़ानकाह मुस्तफा शाह के सज्जादानशीन डॉ अफजल लहर पुरी, शायर अनवर बिसवांनी, समाज सेवी जेड आर रहमानी, अब्दुल खालिक,मो यूनुस, शिक्षक जुबेर वारसी सहित भारी संख्या में अकीदत मंद मौजूद थे।




