तीनों भाइयों का शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम, हत्या का खुलासा कर अभियुक्त को भेजा जेल

तीनों भाइयों का शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम
खीरी जनपद के खुटार क्षेत्र में तीनों भाइयों ने गवाई थी जान
बिसवां/सीतापुर। क्षेत्र के एक ई-रिक्शा चलाकर अपने घर को पालने वाला स्वयं परिवार सहित एक हादसे का शिकार हो गया। जिससे उसका पूरा परिवार ही नही बल्कि पूरा गांव शोक में डूबा है। बताते चलें कि बीते दिन निघासन में हुई एक दुर्घटना में बिसवां थाना के ग्राम ईदगाह पुरवा निवासी जाबिर पत्नी खुशनुमा व बेटी जन्नत अपनी मोटरसाइकिल से बिसवां से अपनी ससुराल खुठार गोला एक मांगलिक कार्यक्रम मे गये हुए थे। वहां से वह वापस आ रहे थे जिसमें तीनों की मौत हो गई। मृतक जाबिर के पिता बाबू अली व माता हसीना बानों यह दोनों लोग हज करने के लिए गए हुए थे।
घर में मृतक के तीन भाई है, जिसमे बड़ा भाई जाहिद अहमद, दूसरा वाहिद अली व तीसरा भाई हामिद अली यह तीनों मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। परिवार से एक भाई का पूरे परिवार सहित चले जाना बड़ा ही दुःखद हुआ। मृतकों का अंतिम संस्कार बीते गुरुवार को देर रात गांव में ही उनके भाइयों द्वारा कर दिया गया। गांव में अभी सन्नाटा छाया हुआ है सभी की आंखे नम है।
हत्या का खुलासा कर अभियुक्त को भेजा जेल
बिसवां/सीतापुर। सदरपुर थाना क्षेत्र के पट्टी सरैंय्या महीपत सिंह गांव में विगत दिनों 31 मई की रात संदिग्ध हालत में गांव की एक महिला का शव बरामद हुआ था। कई थानों की पुलिस, सी.ओ. व अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एन.पी.सिंह सहित एसपी घुले सुशील चन्द्रभान ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल की थी और थानाध्यक्ष को जल्द से जल्द घटना का अनावरण करने का निर्देश दिया था, जिसके क्रम में सदरपुर व महमूदाबाद सहित अन्य थानों की पुलिस टीमें बनाकर जांच की जा रही थी।
इतने में ही घटना के आठ दिनों के अन्दर ही थाना पुलिस व पुलिस की स्वाट टीम द्वारा प्रकाश में आये वांछित अभियुक्त राम करन उर्फ बबलू पुत्र स्वर्गीय भजन निवासी ग्राम पट्टी मजरा सरैंय्या महीपत सिंह थाना सदरपुर को सरैंय्या नहर पुल के पास से गिरफ्तार कर उसके निशानदेही पर महिला का एक अदद पायल व एक कीपैड मोबाइल सेट बरामद किया है। पकड़े गये अभियुक्त ने पत्नी की स्वयं हत्या करने की बात भी स्वीकार की है। उसने बताया कि कमाई कर रुपये लाकर पत्नी को दिये थे। मांगने पर वह नहीं दे रही थी जिससे शंका के आधार पर हत्या कर दी थी। हत्या अभियुक्त का चालान न्यायालय को भेज दिया गया है।
सीओ रविशंकर प्रसाद ने बताया कि एक सप्ताह के अन्तराल में पुलिस की स्वाट टीम के निरीक्षक सत्येन्द्र विक्रम सिंह,हेड कांस्टेबल शिवशंकर व रोहित कुमार, कांस्टेबल अमित, दानवीर,राजू व प्रशांत शेखर सहित सदरपुर की पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक महमूदाबाद विजेन्द्र सिंह, थानाध्यक्ष अजय कुमार रावत,उप निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद रावत, उपनिरीक्षक सुनील कुमार सिंह, आरक्षी अंकित पाल, विपुल कुमार व महेन्द्र कुमार ने जुटकर हत्या का सफल अनावरण कर दिया।




