यूपी श्रमजीवी पत्रकार एशोसिएशन ने मनाया अन्तर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस

सीतापुर। शुक्रवार को संस्था कार्यालय पर यूपी श्रमजीवी पत्रकार एशोसिएशन द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष शशिकांत शुक्ला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रेस की स्वतंत्रता एक मौलिक जरूरत है। भारत में अक्सर प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर चर्चा होती रहती है। 3 मई को मनाए जाने वाले विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारत में भी प्रेस की स्वतंत्रता पर बातचीत होना लाजिमी है। प्रेस की आजादी से यह बात साबित होती है कि उस देश में अभिव्यक्ति की कितनी स्वतंत्रता है, भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन, प्रेस की स्वतंत्रता पर बाहरी तत्वों के हमले से बचाव और प्रेस की सेवा करते हुए दिवंगत हुए पत्रकारों को श्रद्धांजलि देने का दिन है। इसका उद्देश्य मीडिया और प्रेस की भूमिका के बारे में समर्थन और जागरूकता पैदा करना है. प्रेस, जिसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है, संतुलन बनाए रखने और वैश्विक नागरिकों से संबंधित मुद्दों की रिपोर्टिंग के लिए आवश्यक है. महत्वपूर्ण घटनाओं के पीछे की सच्चाई को उजागर करने के लिए पत्रकारों, संपादकों और फोटोग्राफरों ने अक्सर अपनी जान की बाजी लगा दी है. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2023 भी इस दिन के 30 साल पूरे होने का प्रतीक है। इस अवसर पर संस्था के राष्ट्रीय सचिव मधू कश्यप, कोषाध्यक्ष वरुण यादव, महासचिव रामनरायण वर्मा, उपाध्यक्ष मनोज तिवारी, सचिव आशीष शुक्ला घायल विधिक सलाहकार गिरीश चंद्र मिश्र, जिलाध्यक्ष सीतापुर बीरेंद्र तिवारी, जिला उपाध्यक्ष पंकज भारतीय,पवन सिंह, सहित क्षेत्रीय पत्रकार बृजलाल यादव,हरेश अवस्थी, निर्मल यादव,मदन सिंह चौहान, आदि मौजूद थे।



