उन्नाव पुलिस: पीड़ित पत्रकार के खिलाफ ही दर्ज कर दिया मुकदमा

पीड़ित पत्रकार ने मुख्य न्यायाधीश हाइकोर्ट लखनऊ बेंच व मंडलायुक्त लखनऊ मंडल से लगाई न्याय की गुहार
राहुल तिवारी
लखनऊ। उन्नाव के सोहरामऊ में पुलिस ने दबंगों से सांठगांठ कर उल्टे पीड़ित पत्रकार और उसके परिवार के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया है। पीड़ित पत्रकार ने लखनऊ मंडल के कमिश्नर व हाइकोर्ट से न्याय की गुहार लगाई है।
जहां यूपी की सत्ता पर दुबारा काबिज होकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़े शब्दों में कहा था कि पत्रकारों के साथ अभद्रता य उनका उत्पीड़न किसी भी सूरत में बर्दास्त नही किया जाएगा वही उन्नाव जनपद के सोहरामऊ थाने की पुलिस ने इसके उलट दबंगों की शरणदाता बन पीड़ित पत्रकार के ऊपर ही मुकदमा दर्ज कर दिया है।
प्राप्त विवरण के अनुसार सरोजिनी नगर थाना क्षेत्र के गौरी बाजार के अस्थाई निवासी व उन्नाव जनपद के सोहरामऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा चौपाई के मूल निवासी बुधेंद्र शुक्ला जो एक दैनिक समाचार पत्र के संवाददाता है । 13 जनवरी को उन्हें गांव के लोगों द्वारा जानकारी दी गई थी गांव के ही रविकांत, बबलू, अंजनी रावत, शिव शंकर पुत्र रामप्रसाद द्वारा तुम्हारे खेत गाटा संख्या 669 के टेस्ट पेपर जुताई बुवाई कर रहे हैं ।
जानकारी पर पीड़ित पत्रकार के गांव पहुंचने और उन लोगों से इसका विरोध करने पर उन लोगों ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी, जिसकी पीड़ित पत्रकार के भाई द्वारा 13 व 14 जनवरी को पुलिस सहायता के 112 नंबर पर सूचना की साथ ही पीड़ित द्वारा 14 जनवरी 22 को लिखित तहरीर थाना सोहरामऊ पर दी गई ।
पूर्व में भी यह दबंग पत्रकार के साथ मारपीट कर जानलेवा हमला कर चुके हैं साथ ही पत्रकार की बहू को भी घर में घुसकर उसके साथ भी मारपीट कर चुके हैं जिसका मुकदमा थाना सोहरामऊ पर 188/19 पंजीकृत है व संबंधित न्यायालय उन्नाव में चल रहा है । उस मुकदमे को वापस लेने का दबाव बनाने हेतु ही यह ऐसा कर रहे हैं । लगभग 1 माह बाद भी जब कोई कार्यवाही नहीं हुई और पीड़ित पत्रकार ने इस संबंध में थाने से जानकारी चाहे तो उसे पता चला उसकी शिकायत करने की एक माह बाद 11 फरवरी को सोहरामऊ पुलिस द्वारा दबंगों कोई कार्रवाई न कर पीड़ित पत्रकार उसके छोटे भाई उसकी बहू व उसके 25 साल पुराने बटाईदार मजदूर रज्जन लाल को सीआरपीसी की धारा 107/116 के अंतर्गत पाबंद कर दिया ।
उक्त मामले में बंद किए जाने की जानकारी भी सोहरामऊ पुलिस द्वारा लगभग उसके एक माह बाद 5 मार्च 22 को दी गई । पीड़ित पत्रकार को पुनः14 मार्च 22 को जानकारी मिली कि उसकी पैतृक भूमि गाटा संख्या 778 पर खड़ी सरसों की फसल भी दबंग जबरन काट ले गये। जानकारी पर पीड़ित पत्रकार द्वारा लिखित शिकायती पत्र क्षेत्राधिकारी हसनगंज को 15 मार्च 22 को मिल कर दिया गया , जिस पर उन्होंने जांच कर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया । किन्तु शनिवार 26 मार्च तक किसी भी तरह की कार्यवाही न होने व दबंगों द्वारा बराबर धमकी दिये जाने से परेशान पीड़ित पत्रकार ने शनिवार को लिखित शिकायती पत्र मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय इलाहाबाद लखनऊ खंडपीठ को को भेजा है।
साथ ही साथ पीड़ित द्वारा मंडलायुक्त लखनऊ- लखनऊ मंडल , पुलिस अधीक्षक उन्नाव व उप जिला अधिकारी पुरवा उन्नाव को लिखित शिकायत पत्र अभियोग पंजीकृत करा कर आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया है । साथ ही पीड़ित पत्रकार द्वारा कहा गया यदि उसके अथवा उसके परिवारी जनों के साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना अथवा धनहानि जनहानि होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सोहरामऊ पुलिस की होगी।



