उत्तर प्रदेशलखनऊसमग्र समाचार

जीएसटी छापेमारी पर तीन दिन की रोक

व्यापारियों के अंदर हर्ष की लहर
सीतापुर। जीएसटी टीम की छापेमारी पर रोक के बाद व्यापारियों ने थोड़ी राहत की सांस जरूर ली है। यूपी के अलग अलग शहरों में छापेमारी से व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ था और व्यापारी अपना प्रतिष्ठान बंद करके इस छापेमारी के विरोध कर रहे थे। व्यापारियों का आरोप था कि जीएसटी टीम छापेमारी के दौरान व्यापारियों का शोषण कर रही थी ऑफ बेवजह ही लोगों को चेकिंग के नाम पर जुर्माना भी कर रहे थे। सरकार की तरफ से आये इस निर्देश के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोल दिये है। शासन से निर्देश के बाद आज जीएसटी टीम की छापेमारी पर 72 घण्टे रोक लगा दी गयी है। छापेमारी पर रोक के बाद व्यापारियों ने थोड़ी राहत की सांस जरूर ली है लेकिन कुछ व्यापारी अभी भी सहमे हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी की टीम सिर्फ उनके यहां छापेमारी कर रही है जहां कुछ गड़बड़ी मिल रही हैं।

6 दिनों तक चली थी जी एस टी की छापेमारी छापेमारी
सीतापुर जनपद में जीएसटी चोरी की सूचना पर शहर और अलग अलग हिस्सों में जीएसटी की टीम छापेमारी कर रही थी। इस दौरान दर्जनों दुकानों पर जीएसटी की टीम ने छापेमारी कर अभिलेखों को जब्त किए थे और साथ कई व्यापारियों पर जुर्माना भी लगाया था। शहर के कई व्यापारियों ने एकजुट होकर अपने व्यापार बंद करके सैकड़ो व्यापारियों ने डीएम से मुलाकात कर सीएम को संबोधित ज्ञापन भी दिया था और जीएसटी की टीम पर शोषण करने का आरोप लगाया था।

जीएसटी पर रोक लगाए जाने पर व्यापारी नेताओं ने दी अपनी राय
सीतापुर। उत्तर प्रदेश के 71 जिलों में लगातार 6 दिनों से हो रही जीएसटी की छापेमारी के विरोध में कई व्यापारी संगठनों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। उसी को संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा 72 घंटे के लिए जीएसटी की सर्वे छापेमारी पर रोक लगा दी इस पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष भगवती प्रसाद गुप्ता ने कहा कि यह सरकार के द्वारा अच्छा फैसला लिया गया है एवं व्यापारियों के हित में यह फैसला सही है। सरकार को चाहिए कि जो लोग जीएसटी की चोरी कर रहे हैं उन पर कार्रवाई करी जानी चाहिए पर छापेमारी के दौरान अन्य व्यापारियों के ऊपर इसका कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए, वही उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुशील अग्रवाल के द्वारा बताया गया कि सरकार का यह फैसला है जिसका उनके संगठन के द्वारा स्वागत किया जाता है पर उन्होंने यह भी कहा कि जो व्यापारी सरकार के राजस्व को हानि पहुंचा रहे हैं एवं जीएसटी का भुगतान नहीं कर रहे हैं

उनको चाहिए कि सरकार के राजस्व को नुकसान ना पहुंचा कर जीएसटी जमा करनी चाहिए, वही केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गोपाल टंडन के द्वारा 72 घंटे की रोक लगाए जाने की सराहना की गई एवं सरकार के फैसले का स्वागत किया उन्होंने कहा कि ऐसे व्यापारियों पर सरकार को एवं जीएसटी विभाग को निगरानी करनी चाहिए जो लोग सरकार के राजस्व को चूना लगा रहे हैं। जीएसटी देने से व्यापारियों के हित में ही होता है ना कि जीएसटी चोरी करने से व्यापारियों का हित नहीं उन्होंने सभी व्यापारियों से अनुरोध किया कि सरकारी राजस्व की चोरी ना करें एवं समय से रजिस्ट्रेशन कराकर अपनी जीएसटी जमा करें।

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