नदी से गांव के पास फिर निकला मगरमच्छ, ग्रामीणों में दहशत

चित्र परिचय-नदी से बाहर निकला मगरमच्छ।
बिसवां/सीतापुर। गांव के किनारे बह रही नदी से रोज घडियाल बाहर निकल रहा है। वन विभाग को बराबर सूचना भी ग्रामीणों और पत्रकारों द्वारा दी जा रही है, लेकिन लापरवाह वन विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगता है, जबकि ग्रामीणों खासकर किसानों में दहशत व्याप्त है। गौरतलब है कि सदरपुर थाना क्षेत्र के बजेहरा और बजेहरा पुरवा गांव के निकट बह रही केवनी नदी में कहीं से कई घडियाल आ गये हैं, जो आये दिन दूसरे किनारे पर नदी से निकल कर खेतों में आराम करते हैं। जब भीड इकट्ठा होते देखते हैं, तो नदी में फिर छलांग लगा जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार यह कई दिनों से इसी के आसपास देखे जा रहे हैं, लेकिन कोई भी वन विभाग का जिम्मेदार कर्मचारी या अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है और न उसके पकडने के लिए कोई कांबिंग हो रही है, जबकि गत 27 जनवरी को जब मगरमच्छ नदी से बाहर निकलकर खेत में आराम कर रहा था और वहां की ग्रामीण भी भय से दूर खडे होकर देख रहे थे। उसी समय उप क्षेत्रीय वन अधिकारी बिसवां अमित कटियार को सूचित किया गया था तब उन्होंने टीम भेजकर कांबिंग कराये जाने और जल्द ही पकडे जाने की बात कही थी लेकिन तीन दिन बाद तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। काफी लोग इकट्ठा हो गए। पत्रकारों को सूचना हुई वह भी मौके पर पंहुचे। भीड बढते देख वह फिर नदी में चला गया। सोमवार को फिर अमित कटियार को सूचित किया गया, उन्होंने वही रटा रटाया वाक्य अभी टीम भेज रहे हैं कह कर अपनी जिम्मेदारी निभा दी। इस सम्बन्ध में फारेस्ट रेंजर अहमद कमाल सिद्दीकी ने बताया कि मुझे जानकारी नहीं थी, वैसे वह जलीय जन्तु है,वह जल में ही रहेगा। वैसे मेरे विभाग के पास इन्हे या कोई अन्य वन्य जीवों के पकडने के कोई संसाधन सरकार की ओर से नहीं उपलब्ध हैं फिर भी प्रयास करूंगा। फिलहाल ग्रामीणों को सतर्कता बरतने के लिए कहला दिया जायेगा।