आरटीआई में खुलासा: करिश्माई प्रधान जी का कागजों पर पौधरोपण अभियान

पर्यावरण संरक्षण अभियान को पलीता लगा रहे पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान
मामला सरोजनीनगर के नारायणपुर गाँव का
समग्र चेतना ब्यूरो, लखनऊ
सरोजिनी नगर, लखनऊ। सरकारें पर्यावरण संरक्षण को लेकर चाहे जितना सक्रियता दिखाएं। पर्यावरण संरक्षण अभियान को लेकर चाहे जितना धन खर्च होता रहे इसके बावजूद अगर पर्यावरण संतुलन नहीं बन पा रहा है तो उसके पीछे कहीं न कहीं अधिकारियों की ही जिम्मेदारी है भ्रष्ट अधिकारियों की नीति के चलते पौधरोपण अभियान अधिकतर तो कागजों पर ही सिमट जाता है जमीन पर पौधों का नामोनिशान तक ही नहीं रहता। कुछ यही देखने को मिल रहा है राजधानी के सरोजिनी नगर विकास खंड की नरायनपुर ग्राम सभा में यहां ग्राम सभा में 22848 रुपए खर्च करके पौधारोपण अभियान किया गया किंतु जमीन पर एक भी पौधे का नामोनिशान तक नहीं है।
पौधारोपण अभियान में खर्च हुए धन की जानकारी जन सूचना अधिकार के तहत मांगी गई सूचना में स्वयं ग्राम पंचायत सचिव नरेंद्र श्रीवास्तव द्वारा दी गई, लेकिन जमीन पर पौधे कहां लगे यह कहीं दिखाई ही नहीं दे रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों का भ्रष्टाचार पूर्ण रवैया सरकार के सपनों पर किस तरह से पानी फेरता है यह इसकी एक बानगी भर है। सरकार एक ओर मोटा बजट खर्च करने के साथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर चिंतित भी है।

समय-समय पर पर्यावरण वैज्ञानिकों द्वारा सरकारों को आगाह भी किया जाता है बावजूद अधिकारियों की रगों में दौड़ रहा भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं लेता है अधिकारियों का भ्रष्टाचार पूर्ण यही रवैया अधिकतर ग्राम सभाओं के विकास में भी बाधक है। अधिकतर ग्राम सभाएं ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर अपनी दुर्दशा पर अभी तक आंसू बहा रही हैं। इसका कारण संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों का भ्रष्ट रवैया है जिसकी कठोरता से जांच की आवश्यकता है। जब तक उच्च अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों के प्रति कठोर रवैया नहीं अपनाया जाता तब तक निचले स्तर पर जिम्मेदारों के भ्रष्ट रवैये के कारण ग्राम सभाओं की दुर्दशा होती रहेगी।




