नगराम के स्थाई गोवंश आश्रय केन्द्र में 13 गौ वंश की मौत से मचा हड़कंप

मौके पर पहुंचे एसडीएम ने दिए जांच के आदेश
डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद दफनावाये गौ वंश के शव
ग्रामीणों ने प्रधान व सचिव पर लगाए गंभीर आरोप
गौ सेवक देवेन्द्र तिवारी व ब्लॉक प्रमुख मोहनलालगंज ओम प्रकाश शुक्ला भी पहुंचे गौ आश्रय केन्द्र
समग्र चेतना लखनऊ
लखनऊ। नगराम के कमालपुर विचलिका गांव में स्थित स्थाई गोवंश आश्रय केन्द्र में बीते सोमवार की रात 13गौवंशो की अचानक से मौत होने के बाद हड़कम्प मच गया,वही 35के करीब गौवंश गम्भीर रूप से बीमार पाए गए हैं। कमालपुर विचलिका गांव में स्थित स्थाई गोवंश आश्रय केन्द्र में बड़ी सख्या में गौवंशो की मौत की सूचना के बाद एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अरविंद कुमार की टीम मौके पर पहुंची और प्रधान समेत आश्रय केन्द्र में तैनात गौपालको से पुछताछ की।एसडीएम ने मौके पर मौजूद मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को मृत गौंवशो का पोस्टमार्टम कराये जाने के साथ ही बीमार गौवंशो का तत्काल इलाज कराये जाने के निर्देश दियें।मगंलवार को लखनऊ मंडल के अपर निदेशक पशुपालन डा०पी एन सिहं ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।
नगराम,निगोहां,मोहनलालगंज के पशु चिकित्सा अधिकारियो ने मृत गौवंशो के शव का पोस्टमार्टम किया। जिसके बाद गौवंशो के शवो को जेसीबी मशीन से गड्ढा खुदवाकर दफन कराया गया। वही पोस्टमार्टम में गौवंशो की मौत का कारण स्पष्ट ना होने पर डाक्टरो ने जांच के लिये विसरा प्रिजर्व कर जांच के लिये लैब भेजा है। पशु चिकित्सको ने फूड प्वाइजनिगं से गौवंशो की मौत की आंशका जताते हुये बताया कई दिनो की कटी हरी चरी गौवंशो को खिलाई गयी,जिससे फूड प्लावइजिंग हो गयी ओर बड़ी संख्या में गौवंशो की मौत हो गयी ओर काफी बीमार हो गये। प्रधान माता प्रसाद ने अज्ञात लोगो पर गौशाला के चारे में जहर मिलाकर गौवंशो का मारने का आरोप लगाते हुये नगराम पुलिस से लिखित शिकायत भी की है।इंस्पेक्टर हेमंत कुमार राघव ने बताया प्रधान की तहरीर पर अज्ञात अभियुक्तों के विरूद्व मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी हैं।
गौवंशो को नही मिल रहा था चारा…
ग्रामीणो ने बताया उनके गांव में स्थित स्थायी गौवंश आश्रय केन्द्र में कोई इन्तजाम नही है,कई -कई दिन तक चारा नही रहता है जिसके चलते गौवंश भूखे रहते है ओर पानी तक नही नही दिया जाता,पर्याप्त टीनशेड ना होने से गौवंश चौबीसो घंटे बाहर ही पड़े रहते है,बीमार गौवंशो का इलाज भी नही किया जाता है,आश्रय केन्द्र की खराब व्यवस्थाओ के लिये ब्लाक अफसरो समेत उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की गयी लेकिन व्यवस्थाओ में सुधार नही हुआ जिसके चलते भूख प्यास से तड़प-तड़प कर गौवंशो ने दम तोड़ दिया। ग्रामीणो ने सरकारी आकड़े से ज्यादा गौंवशो की मौत होने का आरोप लगाते हुये कुछ मृत गौंवंशो को प्रधान व सचिव पर जगंल में फिकवाये जाने का भी आरोप लगाया है। ग्रामीणो ने सीएम जनसुनवाई पोर्टल समेत डीएम को पत्र लिखकर गौवंशो की मौत मामले की जांच कराकर प्रधान, सचिव समेत अन्य दोषियों पर कार्यवाही की मांग की हैं।
वीडियो बनाने पर ईट पत्थर चलाने का लगाया आरोप….
ग्रामीणो का आरोप था बड़ी संख्या में गौवंशो की मौत होने की सूचना पाकर जब वो सब मौके पर पहुंचे तो वहा जेसीबी मशीन मंगवाकर आनन फानन प्रधान व सचिव समेत अपने लोगो के साथ बिना प्रशासन को सूचना दिये मृत गौवंशो को गड्ढा खुदवाकर दफनाने के प्रयास में लग गये। ग्रामीणो का आरोप था जब उन्होने जेसीबी मशीन से गड्ढा खुदवाकर मृत गौवंशो को मशीन से घसीटते हुये ले जाने का वीडियों बनाना शुरू किया तो गौशाला के अंदर मौजूद लोगो ने उन पर पथराव शुरू कर दिया,जिसके बाद लोग भगाने लगे,इस दौरान ग्रामीण मुकेश कुमार का मोबाइल फोन भी टूट गया।जिसके बाद ग्रामीणो ने पुलिस कन्ट्रोल रूम के डायल 112नम्बर पर फोन कर पुलिस को सूचना दी.तब जाकर नगराम इंस्पेक्टर हेमंत कुमार राघव पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे ओर गौशाला के अंदर किसी को भी जाने से मना कर दिया।
गौसेवक को चरही में नही मिला चारा, भड़के…..
गौवंश आश्रय केन्द्र में काफी संख्या में गौवंशो की मौत की सूचना के बाद भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गौसेवक देवेन्द्र तिवारी उर्फ रिकूं,राहुल तिवारी अपने साथियों संग मगंलवार को गौशाला में बीमार गौवंशो का हाल जानने पहुंचे तो बद इन्तजामी की पोल खुल गयी। गौसेवक ने बताया आश्रय केन्द्र में बनी चरही चारे से खाली मिली,गौवंश खाली चरही को चाटते हुये मिले ओर मौके पर कोई नही मिला,इस दौरान मौके पर पहुंचे कुछ लोगो ने उनसे भिड़ने का प्रयास किया तो उन्होने पुलिस को फोन कर सूचना।गौसेवक ने बताया आश्रय केन्द्र का बुरा हाल है ना चारा है ना पानी है गौवंशो तड़प रहे ये स्थानीय स्तर पर अफसरो की सवेंदहीनता को दर्शाता है वो पूरे मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखेगे।




