पांच माह से नहीं हुई तालाब की सफाई, तालाब में भर रहा चीनी मिल का गंदा पानी

बिसवां/सीतापुर। विकासखंड बिसवा के ग्राम पंचायत जनुवा में प्राचीन शिव मंदिर खभेश्वर महादेव के निकट काफी पुराना तालाब है। बताते हैं कि यह तालाब खंभा ताल के नाम से विख्यात है, जो धार्मिक आस्था से भी जुड़ा है। वर्ष 2022-23 में इस तालाब का चयन अमृत सरोवर में हो गयां और तालाब की खुदाई व सुंदरीकरण का कार्य तेजी के साथ प्रारंभ हो गया। तालाब के चारों ओर 2 स्टेप मिट्टी की पटाई भी की गई। इस तालाब के निकट ही एक झबरा तालाब है, जिसमें चीनी मिल का गंदा पानी आता है।
उस तालाब का पानी इस तालाब में न आने पाए इसके लिए एक ड्रेन भी बनाई गई जिससे गंदा पानी बाहर निकाला जा सके। लेकिन उक्त ड्रेन मानक के अनुसार नहीं बनाई गई, जिसके चलते तेज वर्षा में उक्त डेन की दीवाल फट गई और झबरा तालाब का गंदा पानी खम्मा ताल में भर गया। उसके बाद आज लगभग चार-पांच माह व्यतीत हो चुके हैं तालाब पर कोई भी कार्य नहीं हुआ। इस समय तालाब में जलकुंभी फैली हुई है चारों तरफ जंगल बढ़ने लगा है। तालाब को खुदवाने एवं मिट्टी पटान पर जो सरकार का पैसा लगा वह सब व्यर्थ हो गया है। कई बार आला अधिकारियों से इस तालाब के लिए बात की गई लेकिन कोई भी कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं हो सका है। धीरे-धीरे बरसात का समय भी निकट आ रहा है ऐसी स्थिति में इस तालाब पर कार्य हो पाना भी संभव नहीं हो पाएगा। ब्लॉक प्रशासन इस अमृत सरोवर को एक मजाक बनाकर रख दिया है और शासन की मंशा पर पूर्ण रूप से पानी फेर दिया है।
 
					 
					



