करोड़ों का बजट जेब में और कागजों पर हर साल साफ हो जाती है रोजवहा नहर

अफसर और ठेकेदार कर रहे रुपयों का बंदरबांट
किसान सिंचाई के लिए हो रहा है परेशान
समग्र चेतना लखनऊ
लखनऊ। सरकार के द्वारा करोड़ों का बजट मिलने के बाद भी सरोजनीनगर विकास खंड के सिंचाई विभाग खंड द्वितीय के मोहान लखनऊ रोजवहा नहर में सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कर अधिकारी और ठेकेदार बंदरबांट करने में लगे हैं और किसानों को सिंचाई के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि सफाई तो हर वर्ष होती है लेकिन किसानों की सींच के समय नहर कभी नहीं आती है इस बार भी लगभग छ: माह से नहर में पानी नहीं आया है जिसके कारण नहर किनारे धान के खेतों में पानी नहीं लग पा रहा है जिससे मजबूरी में किसान प्राइवेट ट्यूबेल से 150 डेढ़ सौ रूपये प्रति घंटे पानी लेने के लिए मजबूर है। वहीं नहर विभाग में बैठे अधिकारी नहर में पानी न आने की समस्या को लेकर कोई ध्यान नही दे रहे हैं।
प्रापर्टी डीलरों ने कर रखा है नहर के कोलाबे पर कब्जा*
सरोजनीनगर के रामदासपुर गाँव में इसी नहर से चक गाँव के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए नहर विभाग ने नाला ( कोलाबा) बनवाया था लेकिन नहर विभाग के अधिकारी व सींच पाल की मिलीभगत से उस कोलाबे को भी प्रापर्टी डीलरों ने पाटकर प्लाटिंग कर डाली।इसकी सूचना नहर विभाग खंड द्वितीय के अधिकारियों से लगाकर जिले के डीएम, एसडीएम, लेखपाल तक को है लेकिन उसके बाद भी किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए इस कोलाबे को अधिकारी कब्जा मुक्त नहीं करा रहे हैं।




