संकट के समय मातृभूमि को छोड़ने वाले देशभक्त कैसे

लखनऊ। असली देशभक्त वो जो संकट के दौर में भी अपनी मात्रभूमि के लिए लड़े। हिन्दुस्तान पर मुगलों ने राज किया। औरंगजेब जैसे क्रूर शासकों ने हिंदुओं की संस्कृति, धर्म को नष्ट किया, मोहम्मद गजनवी ने 17 बार भारत पर आक्रमण किया, लेकिन हम लड़े कभी देश छोड़कर नहीं भागे। 200 साल अंग्रेजों ने राज किया खूब अत्याचार किया, लेकिन हमारे पूर्वजों ने हार नहीं मानी। वह देश छोड़कर भागे नहीं।
डटकर सामना किया और 15 अगस्त सन 1947 के दिन आजादी लेकर ही दम लिया। इतिहास पढ़ें तो अफगानिस्तान से भी बुरे हालात हिंदुस्तान में बनें, लेकिन हमारे पूर्वज खूब लड़े और अपनी मातृभूमि के साथ ही रहे। इसकी वजह यही है कि समय-समय पर भारत में महाबली योद्धओं का निर्माण हुआ, जो इतिहास में अमर हो गए। चाहे वो महाराज छत्रसाल हों, शिवाजी महाराज हो, भगतसिंह, आजाद , महारानी लक्ष्मी बाई या महाराणा प्रताप। ऐसे अनगिनत देशभक्तों का नाम आज इतिहास में दर्ज है। अफगानियों को हिंदुस्तान का इतिहास पढ़ना चाहिए।




