एसडीएम ने ठंड में खुले आसमान के नीचे रह रही बुजुर्ग को भेजा घर

एसडीएम ने ठंड में खुले आसमान के नीचे रह रही बुजुर्ग को भेजा घर
मोहनलालगंज में 100वर्षीय बुजुर्ग शिवप्यारी भीषण ठंड में खुले आसमान के नीचे रहकर काट रही थी राते)
एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर कम्बल व गर्म कपड़े मंगाकर देने के साथ परिजनों संग भेजा घर
राहुल तिवारी
लखनऊ। एक ओर जहां हड़कपाऊ ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है, बक्खाखेड़ा गांव की रेलवे क्रासिंग के किनारे 100साल की बुजुर्ग शिवप्यारी नंगे बदन चारपाई पर एक कम्बल के सहारे खुले आसमान के नीचे महीनो से पड़ी है,जब कि चंद कदमों पर उनके बेटे पक्के मकानों में अपने परिवार संग रह है,लेकिन बुजुर्ग मां का ध्यान देने वाला कोई नहीं है, नौ महीने कोख में रखकर जिन बेटो को जन्म देकर काबिल बनाया उन्होने सर्द रातो में चलने फिरने में बेबस मां को तिल-तिल मरने के लिये खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया,बुधवार को कुछ सजग लोगों ने बुजुर्ग शिवप्यारी के खुले आसमान के नीचे रहने की जानकारी एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद मौर्य को दी तो उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर बुजुर्ग शिवप्यारी को मां का सम्बोधन देते हुये आवाज लगायी तो कम्बल हटाकर कापंती आवाज में बुजुर्ग उन्हे अपना दर्द बताते हुये रो पड़ी,जिसके बाद एसडीएम ने उन्हे बेटे की तरह प्यार देते हुये ढाढस बंधाया ओर नया कम्बल व गर्म कपड़े मंगवाकर देने के साथ ही बुजुर्ग को खर्च के लिये आर्थिक मदद भी दी।इस दौरान बुजुर्ग ने एसडीएम से चाय पीने की इच्छा जताई तो उन्होने चाय मंगाकर भी पिलवाई।एसडीएम ने बुजुर्ग के बेटे परसादी समेत परिवार को मौके पर बुलाकर कड़ी फटकार लगाते हुये तत्काल घर ले जाकर सेवा करने की हिदायत दी ओर दोबारा बुजुर्ग को खुले आसमान के नीचे छोड़ने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी भी दी।जिसके बाद परिजन अपनी गलती मानते हुये बुजुर्ग को अपने साथ घर ले गये।जिसके बाद बुजुर्ग शिवप्यारी ने अपने कंपकपाते हाथो को एसडीएम के सिर पर रखकर आशीर्वाद दिया कहा बेटा तुमने हमारा जीवन बचा लिया।वही मौके पर मौजूद लोगों ने एसडीएम की दरियादिली की जमकर सराहना की।
एसडीएम हनुमान प्रसाद ने मौके पर मौजूद ईओ मोहनलालगंज मनीष राय को बुजुर्ग के घर पर अलाव की व्यवस्था कराने सहित अन्य जरूरत का सामान मुहैया कराने के निर्देश दिये।




